अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना का सुझाया आसान फार्मूला
September 24, 2017
रायपुर, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा की राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल हुए. आबादी के हिसाब से आरक्षण देने मे आ रही जातिवार जनगणना की बाधा को दूर करने के लिये उन्होंने एक आसान और सस्ता फार्मूला बताया.
यादव महासभा की राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुये समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि संविधान ने हमें आरक्षण मांगने का अधिकार दिया है. आबादी के हिसाब से आरक्षण देने की बात पर बल देते हुये उन्होंने कहा कि देश की सरकार, डिजिटल सरकार है, हमसे ज्यादा जानने वाले लोग हैं. अगर वह आरक्षण का संविधान प्रदत्त अधिकार देकर पिछड़ों , दलितों को खुश करना चाहते हैं, तो आधार कार्ड में केवल जाति डाल दो, पता चल जाएगा कि किस जाति के कितने लोग हैं.
अहीर रेजिमेंट की यादव समाज की मांग पर नजरिया स्पष्ट करते हुये उन्होने कहा कि अहीर रेजिमेंट, जातिवाद नही सम्मान का विषय है. उन्होने कहा कि हम फौज में जातिवाद नहीं चाहते है, हम केवल यादव समाज का सम्मान चाहते हैं. अखिलेश यादव ने सवाल किया कि अगर राजपूत रेजिमेंट हो सकता है, तो अहीर रेजिमेंट क्यों नहीं हो सकता है. उन्होने बताया कि कुमाऊं रेजिमेंट में सबसे ज्यादा यादव लोग है.
अखिलेश यादव ने अहीर रेजिमेंट के गठन पर सुझाव देते हुये कहा कि हमारे यहां चंबल में अब डकैत नहीं रहते, वहीं अहीर रेजिमेंट बना दिया जाए. हम फौज का मनोबल बढ़ाएंगे. उन्होंने यादव समाज की वीरता की चरचा करते हुये कहा कि कारगिल की चोटियों में भारतीय ध्वज लहराया था, वहां भी हमारे लोग थे.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यादव समाज से शिक्षा के क्षेत्र मे आगे बढ़ने की अपील की. उन्होंने यादवों से शिक्षा को महत्व देने की अपील करते हुये कहा कि अब हमें शिक्षा का साथ नहीं छोड़ना है, क्योंकि यही हमारी सबसे बड़ी ताकत बनेगी. उत्तर प्रदेश की राजनीति की चर्चा करते हुये अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की पूरी राजनीति यादवों को लेकर हो गई. उन्होंने कहा कि अब हम भी अपने लोगों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.