अखिलेश यादव ने लोकतंत्र पर जनता का भरोसा पुख्ता करने के लिये उठाया कदम- समाजवादी पार्टी
December 28, 2017
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकतंत्र पर जनता का भरोसा पुख्ता करने के लिये एक अहम कदम उठाया है। यह जानकारी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने दी।
राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि अखिलेश यादव ने ईवीएम पर जनता के मन में पनप रहे अविश्वास की समाप्ति की दिशा में एक कदम उठाया। विपक्ष के साथ मिलकर बैठकर चर्चा का एक प्रस्ताव दिया। यह आगे होने वाले चुनावों को विश्वसनीय और पारदर्शी बनाने का सराहनीय कदम है जिससे लोकतंत्र पर भरोसा पुख्ता होगा।
उनहोने कहा कि जनता की आवाज उठाना राजनीतिक दल का दायित्व होता है। चुनावों में ईवीएम के परिणामों पर जनता में व्यापक स्तर पर शंकाए व्याप्त हैं। लोगों में इसके परिणामों और इसके संचालन को लेकर अनेक भ्रांतियां हैं। लोकतंत्र में जन विश्वास के लिए चुनावों की निष्पक्षता और स्वतंत्रता होना अति आवश्यक है। राजनीति की गंभीरता की मांग है कि जितनी जल्दी हो चुनाव प्रक्रिया पर जनता का विश्वास पुनः स्थापित किया जाए और उसके संदेहों का निराकरण वैकल्पिक आधार पर हो।
समाजवादी पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि किन्तु भाजपा को अखिलेश यादव द्वारा विपक्षी नेताओं के साथ ईवीएम पर चर्चा से परेशानी हो रही है। भाजपा नेता अपने बचाव में उल्टे सीधे बयान जारी कर रहे हैं। वे पता नहीं क्यों डर कर ऐसी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। ईवीएम के सही होने के बारे में वे आश्वस्त हैं तो फिर उन्हें विपक्ष की बैठक से क्यों डरना हैं? अगर डर रहे हैं तो लोग कहेंगे कि दाल में कुछ काला जरूर है।
राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि अभी तो कई राज्यों में चुनाव और उपचुनाव होने हैं। ईवीएम को लेकर चूंकि जगह-जगह तमाम शिकायतें आई हैं इसलिए बैलेट पेपर से चुनाव की मांग स्वाभाविक रूप से उठ रही है। इसका एक कारण निकाय चुनाव के परिणामों में आया अंतर भी है। ईवीएम और बैलेट पेपर के परिणामों में अगर अंतर है तो जनता के मन में उस पर संदेह करने से कैसे रोका जा सकता हैं। इस संदेह को मिटाने की किसी कोशिश का विरोध सत्ताधारी दल की नीयत पर संदेह पैदा करने वाला है।