लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आलू की खेती का अर्थशास्त्र समझाते हुये भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उनहोने कहा कि भाजपा को देश के किसानों से वादा खिलाफ़ी का हिसाब तो देना ही पड़ेगा।
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उत्तर प्रदेश में आलू को लेकर प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर हमला तेज कर दिया है।पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर आलू की खेती का अर्थशास्त्र समझाया। उन्होने फोटोग्राफ के माध्यम से ये समझाने का प्रयास किया कि आलू की खेती मे किसान का कितना पैसा लगता है।
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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लखनऊ के चिनहट ब्लाक मे स्थित एक किसान के द्वारा एक बीघे खेत मे 25 क्विंटल आलू के उत्पादन पर आने वाले सभी खर्चों को दर्शाते हुये, आलू की कुल उत्पादन लागत निकाली है। साथ ही लोडिंग- अनलोडिंग, ट्रैक्टर का किराया और कोलड स्टोरेज का किराया बी जोड़ा है।
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अपने ट्वीट में अखिलेश ने लिखा है कि किसानों को लागत का डेढ़ गुना देने का वादा करने वाली सरकार की कलई, आलू के सरकारी दामों ने खोल के रख दी है। किसानों को लागत का आधा भी नहीं मिला है। सड़कों पर फैला हुआ आलू विद्रोही किसानों को भी सड़कों पर ले आएगा। भाजपा को देश के किसानों से वादाखिलाफ़ी का हिसाब तो देना ही पड़ेगा।
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किसानों को लागत का डेढ़ गुना देने का वादा करनेवाली सरकार की कलई, आलू के सरकारी दामों ने खोल के रख दी है. किसानों को लागत का आधा भी नहीं मिला है. सड़कों पर फैला हुआ आलू विद्रोही किसानों को भी सड़कों पर ले आएगा. भाजपा को देश के किसानों से वादाखिलाफ़ी का हिसाब तो देना ही पड़ेगा.