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अगली सरकार हमारी,सामाजिक न्याय के रास्ते पर चलेंगे: अखिलेश यादव

लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि देश में मौजूदा समय में सामाजिक न्याय के राज की स्थापना और आर्थिक गैरबराबरी दूर करना बड़ी चुनौतियां है और 2027 में उत्तर प्रदेश में उनकी सरकार के आने पर इन चुनौतियों का समाधान कर लिया जायेगा।

अखिलेश यादव ने यहां एक कार्यक्रम में दावा किया कि प्रदेश में अगली सरकार समाजवादियों की होगी जो सामाजिक न्याय के रास्ते पर आगे बढ़ेगी। बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने देश को जो संविधान दिया है उसकी प्रस्तावना में ही लिखा है कि हमें धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी और लोकतांत्रिक देश बनाना है। बाबा साहब के बनाये संविधान की प्रस्तावना में ही समाजवाद है। नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने हम लोगों को विरासत में समाजवादी विचारधारा और समाजवादी आंदोलन दिया है। नेताजी समाजवादी आंदोलन को यहां तक लेकर आये अब युवाओं की जिम्मेदारी है कि कई सौ वर्षों तक इसे आगे लेकर चलें।

उन्होने कहा कि 2012 से 2017 तक समाजवादी सरकार की कई बड़ी उपलब्धियां है। प्रदेश का आधारभूत ढांचा तैयार कर विकास के रास्ते पर ले जाने का कार्य किया। आज तो भाजपा सरकार एक्सप्रेस-वे का झूठा प्रचार कर रही है। मुख्यमंत्री नहीं समझते कि एक्सप्रेस-वे क्या होता है। वह तो फोरलेन सड़क और किसी भी सड़क को एक्सप्रेस-वे कहने लगते है। समाजवादी सरकार ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे तब बनाया था जब इंडियन रोड़ कांग्रेस के मानक भी तय नहीं हुए थे। समाजवादी पार्टी की सरकार ने 323 किलोमीटर का एक्सप्रेस-वे रिकार्ड 23 माह में बना दिया था। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे 6 लेन का है। इसे आठ लेन किया जा सकता है। यह पहला एक्सप्रेस-वे है जिस पर सेना के लड़ाकू विमान उतारने के लिए हवाई पट्टी बनायी गयी थी।

अखिलेश यादव ने कहा “ मैंने कई बार कहा कि अमेरिका ने सड़कें बनायी और सड़कों ने अमेरिका को बनाया। अगर स्पीड डबल होगी तो अर्थव्यवस्था तीन गुनी हो जायेगी। भाजपा सरकार जो एक्सप्रेस-वे बना रही है उस पर चलने से पेट दर्द होने लगेगा। प्रधानमंत्री ने एक बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। उसका मेंटेनेंस आज भी चल रहा है। भाजपा सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे एक इंच भी आगे नहीं बढ़ाया। अगर उसे गाजीपुर से आगे बलिया से जोड़ दिया गया होता तो वह बिहार से जुड़ जाता और उत्तर प्रदेश को दुनिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे मिल गया होता।”

उन्होने कहा कि उनकी सरकार ने लखनऊ, कानपुर, आगरा, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में मेट्रो दी। इस सरकार ने कोई मेट्रो नहीं दी। लखनऊ में मेट्रो का काम नहीं बढ़ने दिया। समाजवादी सरकार में हमने वाराणसी में भी मेट्रो दी थी लेकिन मुख्यमंत्री ने वाराणसी में प्रधानमंत्री के क्षेत्र में मेट्रो नहीं बनने दिया। वह अपने गृह जिले गोरखपुर में भी मेट्रों नहीं बना पाये। भाजपा सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के मानकों के साथ खिलवाड़ किया। एक्सप्रेस-वे का मीडियम कम कर दिया। मंडियां नहीं बनायी। केवल सस्ता दिखाने के लिए क्वालिटी खराब किया। सेफ्टी और सिक्योरिटी के साथ खिलवाड़ किया।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की एक ही उपलब्धि है पकौड़ा और भगोड़ा। नौकरी के नाम पर युवाओं को पकौड़ा तलने का काम मिला और कई लोग बैंकों से पैसा लेकर भाग गयें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा व्यवस्था भाजपा सरकार ने खराब कर दी है। मेडिकल कॉलेजों को बर्बाद कर दिया। वहां पर्याप्त स्टाफ नहीं है। तकनीकी स्टाफ नहीं है। इलाज नहीं मिल पा रहा है। शाहजहांपुर, जौनपुर, आजमगढ़ समेत कई अन्य मेडिकल कॉलेज है जिनमें सुविधायें नहीं है।

राणा सांगा विवाद पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि जो इतिहास सही दिशा न दिखा सके, समाज में खाई पैदा करे, उसे इतिहास ही रहने देना चाहिए। हमने पार्टी नेताओं से कहा है कि कोई धार्मिक टिप्पणी नहीं करनी है। कोई ऐसी बात नहीं करनी है जो नकारात्मकता पैदा करे। भाजपा का लक्ष्य बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और किसानों की समस्यायें जैसे मुद्दों से ध्यान हटाना। आज दुनिया जान रही है कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। नकारात्मक काम हो रहे हैं। यहां घरों पर बुलडोजर चल रहे है। राजनीतिक लोगों को झूठा फंसाया जा रहा है। यही कारण है कि दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में भारत का कोई एक भी व्यक्ति नहीं है।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में अल्पसंख्यकों पर हमला हो रहा है। अब तो जैन समाज पर भी हमला शुरू हो गया है। उनकी जमीनों पर भी कब्जे हो रहे है। भाजपा जहां जमीन देख लेती है उस पर कब्जा करने में जुट जाती है। भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए नाम बदलती है लेकिन काम रोक देती है। भाजपा विकास विरोधी है।