अगस्ता हैलीकॉप्टर घोटाले में त्यागी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को घसीटा

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़़नई दिल्ली,  अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद घोटाले में आरोपी पूर्व वायु सेना अध्यक्ष एसपी त्यागी ने वकील के माध्यम से कोर्ट को बताया कि हेलीकॉप्टर खरीद का निर्णय उन्होंने अकेले नहीं लिया था। इसकी जानकारी तत्कालीन प्रधानमंत्री कार्यालय को भी थी। शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने एसपी त्यागी, उनके रिश्ते के भाई संजीव त्यागी उर्फ जूली व वकील गौतम खेतान को 14 दिसंबर तक के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया। इन सभी पर 3,600 करोड़ रुपये में हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिए 423 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। महानगर दंडाधिकारी सुजीत सौरभ ने कहा कि निष्पक्ष जांच के लिए हिरासत में पूछताछ करने की जरूरत है।

सीबीआई के अधिवक्ता राजमोहन चंद ने तीनों की 10 दिन की हिरासत की मांग की। उन्होंने कहा कि घोटाला बहुत बड़ी साजिश का हिस्सा, जिसका अंतराष्ट्रीय प्रभाव है। मामले में अन्य लोगों की भागीदारी से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। एसपी त्यागी ने वायु सेना अध्यक्ष के पद पर रहते हुए प्रॉपर्टी में बड़े निवेश किए और आय के माध्यम का नहीं दर्शाया। सीबीआई ने एसपी त्यागी, उनके भाई संजीव त्यागी व वकील गौतम खेतान को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था।

सीबीआई ने कहा कि 31 अक्टूबर 2004 को एसपी त्यागी को वायु सेना का प्रमुख नियुक्त किया गया और 1 जनवरी 2005 से उन्हें पदभार संभालना था। तब तक के लिए उन्हें तत्कालीन वायुसेना प्रमुख के साथ जोड़ दिया गया था। 1 मार्च 2005 को एक बैठक हुई। जिसमें हेलीकॉप्टरों के लिए फिर से टेंडर जारी किया गया था। इस टेंडर में पहले हेलीकॉप्टर सौदे के बारे में लिए गए निर्णयों को बदल दिया गया। बैठक में एसपी त्यागी केकहने पर इसको कम से कम दो इंजन का होना कर दिया गया। यह संशोधन अगस्ता वेस्टलैंड को इस प्रक्रिया में भाग लेने के काबिल बनाने के लिए किया गया था, क्योंकि उसके हेलीकॉप्टरों में तीन इंजन थे। घोटाले में कथित बिचौलिया यूरोपियन कार्लो गेरोसा व संजीव त्यागी एक दूसरे को जानते थे। बाद में एक और कथित यूरोपीय बिचौलिया, गुइडो हशके गेरोसा के माध्यम से संजीव के संपर्क में आया था।

अगस्ता वेस्टलैंड के अधिकारी कई बार भारत आए और वह हशके के साथ अनाधिकारिक रूप से एसपी त्यागी से मिले। एसपी त्यागी की तरफ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता एन हरिहरन ने सीबीआई हिरासत का विरोध करते हुए कहा कि इस मामले में सीबीआई ने तीन साल पहले एफआइआर दर्ज की थी। अब सीबीआई के पास कोई नया आधार नहीं है।

अगस्ता वेस्टलैंड से वीवीआइपी के लिए 12 हेलीकॉप्टरों की खरीद करना सामूहिक निर्णय था और पीएमओ भी इसका हिस्सा था। मामले की फाइल कई स्तर पर गई, लेकिन उनके मुवक्किल को ही आरोपी बनाया गया। एसपी त्यागी ने कहा कि अगर सीबीआई चाहेगी तो मैं प्रॉपर्टी में निवेश के सभी दस्तावेज व अपने अकाउंट डिटेल दे सकता हूं।

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