लखनऊ,उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री संजीव गोंड ने सोमवार को कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधान परिषद में अनुसूचित जनजाति का प्रत्याशी उतार कर पूरे समाज का अपमान किया है।
संजीव गोंड ने पत्रकारों से कहा कि जब विधान परिषद में सपा के पास संख्या बल नहीं है और पता है कि हार तय है, तो ऐसे में सपा मुखिया को अनुसूचित जनजाति के प्रत्याशी को उतार कर पूरे समाज का अपमान नहीं करना चाहिए था। वह पूरे समाज को धोखा दे रहे हैं।
संजीव गोंड ने कहा कि सपा अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति का वोट लेना जानते हैं, लेकिन उनका सम्मान करना नहीं जानते हैं। सपा सरकार में सबसे ज्यादा उत्पीड़न अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का हुआ है। उस समय सपा मुखिया अखिलेश यादव को इनकी सुध नहीं आई। सपा का चाल, चरित्र और चलन यही है। यह पार्टी जब भी सत्ता में होती है, तो सिर्फ अपने कुनबे की चिंता करती है और संवैधानिक पदों पर भी अपने कुनबे को ही काबिज कराती है।
उन्होंने कहा कि सपा मुखिया को बताना चाहिए कि अपनी सरकार के दौरान उन्होंने अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए क्या किया है। सपा सरकार ने अनुसूचित जातियों की छात्रवृत्ति रोक दी थी जबकि योगी सरकार में एक करोड़ 14 लाख से अधिक युवाओं को छात्रवृत्ति देकर उनकी पढ़ाई-लिखाई आसान की जा रही है।