अनुसूचित वर्गों के भावी उद्यमियों के लिये जिलों में कार्यशालाएँ हों: जगदीश देवड़ा

भोपाल,  मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा की अध्यक्षता में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के युवाओं के लिये स्व-रोजगार एवं उद्यमिता के क्षेत्रों में नये अवसर निर्मित करने संबंधी मंत्री-मंडल समूह की बैठक मंत्रालय में हुई। समूह ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की। समूह द्वारा शीघ्र ही राज्य सरकार को इन वर्गों के आर्थिक विकास के लिये अपनी अनुशंसाएँ और परामर्श दिये जायेंगे।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री देवड़ा ने कहा कि सभी जिलों में इन वर्गों के लिये उदयमिता के क्षेत्र में नये अवसरों और राज्य सरकार की वित्तीय सहायता संबंधी योजनाओं की जानकारी देने के लिये कार्यशालाएँ होना चाहिए।

समूह ने निवेश नीतियों, विशिष्ट वित्तीय, गैर -वित्तीय सुविधाओं, शासकीय उपार्जन में प्राथमिकता एवं निर्धारित अर्हताओं में छूट देने के संबंध में विचार-विमर्श किया। साथ ही इन वर्गों के उद्यमियों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विपणन के अवसर देने, विशेष उद्यमिता विकास अभियान चलाने, परंपरागत शिल्प, उत्पाद, कृषि, वनोपज एवं विभिन्न कलाओं को संरक्षित करने तथा व्यावसायीकरण के लिये योजनाएँ तैयार करने पर भी चर्चा हुई।

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उदयम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, औदयोगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने भी अपने सुझाव दिये। अपर मुख्य सचिव कृषि विकास अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव औदयोगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मनीष सिंह, सचिव एमएसएमई पी. नरहरि, सचिव वन अतुल कुमार मिश्रा, आयुक्त नगरीय विकास भरत यादव, आयुक्त रेशम संचालनालय, आयुक्त अनुसूचित जाति और प्रबंध संचालक एमपीआईसीडीसी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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