इटावा,यादव परिवार के गृहनगर इटावा मे समाजवादी पार्टी 24 सितम्बर को पुलिस की कथित वसूली प्रक्रिया के खिलाफ आंदोलन करेगी ।
पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल यादव ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी पर गंभीर आरोप लगाते हुए 24 तारीख को बड़े प्रदर्शन का एेलान किया है। उनका कहना है कि पुलिस प्रमुख होने के नाते त्रिपाठी की जिम्मेदारी है कि जिला पुलिस द्वारा की जा रही वसूली पर लगाम लगायी जाये।
गोपाल यादव ने पत्रकारों से कहा कि पुलिस ने लूट मचा रखी है और भले लोगो को अपमानित किया जा रहा है । जिले मे किसी भी भले व्यक्ति का सम्मान सुरक्षित नहीं है । किसी भी व्यक्ति के घर जाकर पुलिस अपमानित कर सकती है और किसी के भी घर पर जा कर बुजुर्गाे और महिलाओ को उठा कर ला सकती है । जिस घर मे महिलाएं होती है वहॉ पर मानवीयता का भी पुलिस खयाल नही रखती है । उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर थाने के बजाय आफिस मे फाइले उठा रहे है जबकि सबइंस्पेक्टर थाना चला रहे है क्योंकि उन पर एसएसपी की मेहरबानी बनी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस निर्दाेष लोगों को जेल भेजने का काम कर रही है । सैकड़ो निर्दाेष लोगो को जेल भेजा जा चुका है । जेल में हालात बेहद खराब है। जेल में कैद 90 प्रतिशत लोग निर्दाेष है ।
मात्र छह सौ कैदियों की क्षमता वाले इटावा जेल में 2000 से अधिक लोगो को कैद करके रखा गया है । इसमें से 90 फीसदी लोग निर्दाेष है। उन्होने डीजीपी का हवाला देते हुए कहा कि डीजीपी कहते है कि पुलिस मित्र पुलिस के तौर पर काम कर रही है लेकिन इटावा की पुलिस शत्रु बन गई है । उन्होने इटावा के जसवंतनगर इलाके के परसौआ गांव मे हुई एक वारदात का जिक्र करते हुए आरोप कहा कि उनके पास आ रही सूचनाओ के आधार पर पुलिस ने विभिन्न तरह से संदिग्ध बता कर लोगो ने कम से कम 60 लाख रूपये तक की वसूली की है। यह सब ऐसे ही नही हो जाता है निश्चित है कि इसमे जिले के मुखिया की भी भूमिका भी होती है ।