लखनऊ, यूपी पीसीएस एसोसिएशन का वार्षिक अधिवेशन नौ साल बाद लखनऊ मे संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दो दिवसीय अधिवेशन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। इसका आयोजन नए सचिवालय लोक भवन में हुआ। इस अवसर पर सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि अभी मैं अधिकारियों की समस्याओं को जान पाया हूं, अगली बार सरकार बनी तो अधिकारियों की समस्याओं का निराकरण करूंगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की योजनाओं को अधिकारियों ने जनता तक पहुंचाया है और उनके अच्छे काम से सरकार की छवि सुधरती है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन हमेशा होने चाहिए इससे आपस में मेलजोल का मौका मिलता है।
अधिवेशन के बारे में प्रांतीय सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि सूबे के प्रशासनिक सेवा में सदस्यों के लिहाज से यह सबसे बड़ा संगठन है। फील्ड से लेकर शासन कॉडर तक मे अफसरों की अहम भूमिका होती है। एक दशक पहले तक इस संगठन की धाक हुआ करती थी। लेकिन एसोसिएशन की कमजोरी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2007 के बाद से वार्षिक अधिवेशन तक नहीं करा सका।
2007 में बाबा हरदेव सिंह एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। उस समय मुख्यमंत्री मायावती न सिर्फ बतौर मुख्य मेहमान अधिवेशन में आई थीं बल्कि कई अहम घोषणाएं भी की थीं।उसी साल बाबा हरदेव रिटायर हो गए। जानकार बताते हैं कि उनके संगठन से विदा होते ही गुटबाजी शुरू हो गई और सालाना जलसा बंद हो गया। इस बीच कई नए बैच और सैकड़ों की संख्या में नए अधिकारी आ गए। इसके बावजूद नए व पुराने अधिकारियों को एक साथ बैठने, समस्याएं साझा करने का मौका नहीं मिला।