गाजीपुर, बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ सदर से विधायक अब्बास अंसारी ने बुधवार शाम गाजीपुर के यूसूफपुर मोहम्मदाबाद काली बाग स्थित पैतृक कब्रिस्तान पर पहुंचकर पिता की आत्मा शांति के लिए फातिया पढ़ा। इस दौरान उन्होने अपने पिता मुख्तार अंसारी व दादा-दादी के कब्र पर फूलों की चादर चढ़ाई व मिट्टी भी डाली।
अब्बास अंसारी के बड़े पिता और सांसद अफजाल अंसारी ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर कस्टडी पैरोल पर गाजीपुर जेल पहुंचे अब्बास अंसारी को शाम को आवास पर लाया गया, जहां उन्होंने परिजनों संग रमजान के आखिरी दिन अफ्तारी किया। उसके बाद शाम को वह कब्रिस्तान पहुंचे और कुरान की तिलावत पढ़ते हुए आत्मा शांति के लिए फ़ातिया पढ़ा।
इस दौरान उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन भी किया गया। ईद के संबंध में उन्होंने बताया कि इस वर्ष हमारी ईद काफी गम की शक्ल में मनाई जाएगी। इस वर्ष पहला मौका होगा जब मुख्तार ईद पर इस दुनिया में नहीं होंगे। हमने प्रशासन से मांग किया है कि अब्बास को ईद की नमाज जेल में ही पढ़ा दी जाए लेकिन उसके बाद ईद के दिन परिजनों के साथ घर पर पहुंचाया जाए। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का भी निर्देश है कि परिजनों के साथ मिलवाया जाए। ऐसे में जिला प्रशासन का निर्णय देखा जाएगा कि वह क्या करते हैं।