नई दिल्ली, जांच एजेंसियों ने आर्म्स डीलर संजय भंडारी के देश से बाहर भाग जाने की जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसियां भी इस बात से चकित हैं कि आखिर कैसे संजय भंडारी बिना किसी एजेंसी को सूचित किए बगैर भारत से भाग गया। सबसे बड़ी बात है यह कि उसका पासपोर्ट आयकर विभाग द्वारा जब्त कर लिया गया था।
एजेंसियां, खासकर दिल्ली पुलिस, प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग अब इस को लेकर चिंतित हैं कि आखिर संजय भंडारी हो कहां सकता है। खुफिया एजेंसियों ने सरकार ने सरकार को सूचना दी है कि शायद संजय भंडारी पिछले हफ्ते नेपाल के रास्ते लंदन भाग गया हो। जानकारी के मुताबिक, 17 अक्टूबर को आर्म्स डीलर संजय भंडारी के खिलाफ ऑफिसियल सिक्रेट एक्ट के तहत दिल्ली में केस दर्ज हुआ था। दिल्ली पुलिस की जांच के दौरान पता चला था कि संजय भंडारी के डिफेंस कॉलोनी के घर से इसी साल अप्रैल में भारतीय वायुसेना के गोपनीय दस्तावेज मिले हैं।
एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, उसके पास खुद का पासपोर्ट भी नहीं था, इसका मतलब यह हुआ कि यदि वह लंदन गया है तो उसने किसी और पहचान के साथ जाली पासपोर्ट का इस्तेमाल किया है। आव्रजन विभाग ने पहले ही गृह मंत्रालय को बता दिया था कि भंडारी के खिलाफ जुलाई में लुक-आउट नोटिस जारी होने के बाद वह किसी भी बंदरगाह / हवाई अड्डे से बाहर नहीं जा सकता है। एजेंसिया इस बात की जांच में जुट गयी हैं कि क्या उसने काठमांडू की फ्लाइट ली या फिर बाहर जाने के लिए कोई और माध्यम का सहारा लिया। सूत्रों का कहना है कि यदि भंडारी पहले ही लंदन पहुंच गया है तो भारत फिर प्रत्यर्पण जैसे डिप्लोमेटिक साधनों का उपयोग करेगा, जो हमेशा से ही एक मुश्किल रास्ता रहा है। आपको बता दें कि संजय भंडारी के ग्रेटर कैलाश स्थित घर पर छापे के दौरान बेहद संवेदनशील दस्तावेज बरामद हुए थे। इन दस्तावेजों में सबसे अहम रक्षा मंत्रालय की गोपनीय बैठकों से जुड़े दस्तावेज हासिल हुए थे। छापेमारी में टीम को भविष्य के रक्षा सौदों से जुड़े कई महत्वपूर्ण फैसलों के भी दस्तावेज बरामद हुए थे।