जयपुर, आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अब देश में महिला प्रधानमंत्री बनाये जाने की मांग उठने लगी है।
मिशन हम ब्रह्माणी (गृहणी) संगठन की महिलाओं ने आज यहां प्रेस वार्ता करके यह मांग उठाई। उन्होंने देश की दोनों बड़ी पार्टियों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस से मांग करते हुए कहा कि देश के परिवार, संस्कार, सनातन धर्म को बचाने के लिए चालीस साल बाद भारत को फिर से महिला प्रधानमंत्री दिया जाए और यह घोषणा लोकसभा चुनावों से पन्द्रह दिनों पहले की जानी चाहिए। नहीं तो हम ब्रह्माणी पूरे देश में सख्त कदम उठाने की घोषणा करके इसका प्रचार–प्रसार करेंगी।
संगठन की महिलाओं ने कहा कि वे किसी पार्टी की सरकार के ना तो समर्थन में है और ना ही विरोध में है। वे तो अपनी मन की पीड़ा दोनों बड़ी पार्टियों तक पहुँचाना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियाँ याद करें कि लोकतंत्र में सरकार एक सजीव संस्था हुआ करती थी, जो दुखी के मन की पीड़ा बिना कहे सुनती और समझती थी। लेकिन आज की सरकारें यांत्रिक हो गई हैं, जो साथ दिखाई तो देती हैं लेकिन साथ नहीं चलती।
उन्होंने कहा कि ब्रह्माणी न राजनीति, न समाज नीति केवल परिवार नीति का संकल्प लेते हुए दोनों पार्टियों तक अपनी पीड़ा पहुंचाकर अपनी मांग “कोध नहीं विरोध नहीं” आदर्श पर रख रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1950 से आज तक जाति आरक्षण वालों की प्रत्येक बात मानी गई है लेकिन गत लगभग 32 वर्षों की मांग के बाद जो 33 प्रतिशत महिला आरक्षण दिया गया है, उसे भी दस साल तक रोक दिया गया है।