चंडीगढ़, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद योग गुरु बाबा रामदेव काफी खुश है। रामदेव ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि अब भारत को पाकिस्तान के अंदर घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक पर फोकस करना चाहिए, ताकि लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद और अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को मौत के घाट उतारकर मोक्ष दी जा सके। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में रामदेव ने कहा कि पाक ने पीएम मोदी को धोखा दिया है, ऐसे में पाकिस्तान के साथ बातचीत का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है।
रामदेव ने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नपुंसक हैं और पाकिस्तानी सेना के हाथों की कठपुतली हैं। रामदेव ने कहा कि अगर पाकिस्तान ने युद्ध छेड़ा तो धरती से उसका नामोनिशान मिट जाएगा। रामदेव ने कहा, अगर भारत के लोग पाकिस्तानी युवाओं की शिक्षा के लिए कुछ पैसा दान देना शुरू करें, तो वहां अशिक्षा की समस्या दूर हो जाएगी और आतंकवाद का भी खात्मा हो जाएगा। अगर ऐसी पहल की जाती है, तो पतंजलि आयुर्वेद सबसे आगे रहेगी। पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध की मांग का समर्थन करते हुए रामदेव ने कहा कि इन कलाकारों को उड़ी में हुए आतंकवादी हमले की साफ तौर पर निंदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी कलाकारों को आतंकवादी कोई नहीं कह रहा, लेकिन उनकी हिमायत करने वाले सलमान खान को अगर इतनी ही फिक्र है तो वह पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों और कलाकारों पर लगा प्रतिबंध हटवाएं।
रामदेव ने चाइनीज सामान के बहिष्कार की अपील की और कहा कि चीन ने हमेशा भारत को धोखा दिया और पाकिस्तान का साथ दिया है। बीफ मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को पूरे देश में बीफ पर प्रतिबंध के लिए एक बिल लाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी के बारे में टिप्पणी करते हुए रामदेव ने कहा कि अगर प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में आईं, तो कम से कम एक बार के लिए वह कांग्रेस के पक्ष में लहर पैदा कर देंगी। उन्होंने कहा कि लोग प्रियंका में इंदिरा गांधी की छवि देखते हैं। रामदेव ने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को तय करना है कि वह अपने बेटे और बेटी में से किसे प्रमोट करना चाहती हैं। भविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में बात करते हुए रामदेव ने कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी शुरू करना चाहते हैं, जहां ओलिंपियन तैयार किए जाएंगे। उन्होंने संसद में योग सत्र चलाने की इच्छा भी जताई, ताकि जो मंत्री शारीरिक रूप से फिट नहीं हैं, उन्हें फिटनेस के फायदे बताए जा सकें।