चेन्नई, आय से अधिक संपत्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जेल की सजा काट रही एआईएडीएमके महासचिव वीके शशिकला के बाद अब सभी की निगाहें उनके पति नटराजन पर टिक गई है। नटराजन के खिलाफ साल 1994 में लग्जरी कार मंगाए जाने को लेकर मद्रास हाईकोर्ट में सीबीआई केस चल रहा है। नटराजन को आर्थिक अपराध अदालत (इकनॉमिक अफेंस कोर्ट) की तरफ से दोषी करार दिया जा चुका है और पिछले पांच वर्षों से केस मद्रास हाईकोर्ट में सुनवाई के लिए लंबित पड़ा है।
तत्कालीन मद्रास हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय किशन कौल जिन्हें अब पदोन्नति कर सुप्रीम कोर्ट का जस्टिस नियुक्त किया जा चुका उनके कार्यकाल में सीबीआई ने उस केस की जल्द सुनवाई के लिए मेमो भी दिया था। मंगलवार को नटराजन और अन्य की तरफ से दायर अपील पर जस्टिस एस. भास्करन के सामने सुनवाई के लिए मामला आया। जिस पर अंतिम बहस के लिए 27 फरवरी की तारीख तय की गई है। यह केस लग्जरी कार को साल 1994 में आयात कराने से संबंधित है जिसे यूज्ड गाड़ी 1993 का मॉडल बताया गया था। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में अलग-अलग नटराजन और तीन अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। जिसमें यह कहा गया है कि फर्जी कागजात तैयार किए गए ताकि उसे पुरानी कर दिखाई जा सके। इस वजह से एक करोड़ रूपये का ड्यूटी कर के तौर पर नुकसान हुआ है। ईडी ने अपनी तरफ से इकनॉमिक अफेंस कोर्ट को पत्र लिखकर शशिकला, नए नियुक्त किए गए एआईएडीएमके के उप-महासचिव टीटीवी दिनाकरण और अन्य के खिलाफ पूरे मामले में जल्दी लाने को कहा था।