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अब लोगों को मिलेगी सस्ती किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा

झांसी, उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज इस क्षेत्र के लोगों को विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने में महत्वपूर्ण स्थान रखता है और अब सरकार के सहयोग से मेडिकल कॉलेज प्रशासन यहां लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट की भी सुविधा मुहैया कराने में प्रयास में जुटा है।

मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एन एस सेंगर ने शनिवार को ‘यूनीवार्ता’ के साथ विशेष बातचीत में बताया कि मेडिकल कॉलेज परिसर में सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक बनने के साथ ही सरकार ने सभी प्रकार की विशिष्ट स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए हरी झंडी दे दी थी। सरकार ने इस ओर पूरी गंभीरता से काम करते हुए फैक्लटी भी मुहैया करा दी है। फैक्लटी आने के बाद इस ओर अब तेजी से गंभीर प्रयास शुरू किये हैं।

इसी के तहत मेडिकल कॉलेज में अब किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा मुहैया कराने के प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। बुंदेलखंड क्षेत्र की गरीब जनता को कम से कम खर्च या मुफ्त में ही यह सुविधा दी जाने की सरकार की मंशा है। इसके तहत आयुष्मान या किसी असाध्य रोग के निराकरण के रूप में लोगों को यह सुविधा कम से कम पैसों में दी जाएगी।

सुपरस्पेशलिटी ब्लाॅक बनने के बाद यहां यूरोलॉजी- नेफ्रोलॉजी विभाग शुरू किया गया था और मंशा यह थी कि भविष्य में यहां किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा भी मरीजों को दी जा सके। फिलहाल यहां मरीजों के लिए डायलिसिस की भी सुविधा है, केवल किडनी ट्रांसप्लांट यहां अभी तक नहीं हो पाता है। उन्होंने हालांकि, यह भी साफ किया कि किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर आवश्यक अध:संरचना यूरोलॉजिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट, एनेस्थेटिस्ट, ब्लड बैंक और डायलिसिस मशीन आदि सब मेडिकल कॉलेज में मौजूद है। किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अलग से एक आईसीयू तैयार किया जा रहा है ।

डॉ़ सेंगर ने कहा कि झांसी के मेडिकल कॉलेज परिसर में सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक बनने के साथ ही सरकार ने सभी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए हरी झंडी दे दी थी। इसी क्रम में अब मेडिकल में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा को मरीजों को मुहैया कराने की मुहिम शुरू कर दी है। इसको लेकर पूरी जरूरी अध:संरचना पहले से ही मौजूद है अब इस सुविधा को शुरू करने से पहले समर्पित टीम तैयार करने को लेकर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर वह स्वंय और दो अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक प्रशिक्षण के लिए जा रहे हैं । साथ ही ऐसे किडनी ट्रांसप्लांट विंग में काम करने के लिए समर्पित टीम जिसमें सफाई कर्मचारी से लेकर चिकित्सकों शामिल होते हैं, बनाने के प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। मेडिकल कॉलेज में फिलहाल यूरोलॉजिस्ट डॉ़ महेंद्र जैन और डॉ़ सुधांशु ओपीडी, डायलिसिस और अन्य सुविधाएं मरीजों को मुहैया करा रहे हैं।उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड में किडनी से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित मरीज बड़ी संख्या में हैं ।

फिलहाल यूराेलॉजी की ओपीडी में प्रतिदिन 70 से 90 मरीज आते हैं और नेफ्रोलाॅजी की ओपीडी में 70 से लेकर 100 मरीज आते हैं और प्रतिदिन लगभग 10 मरीजों की डायलिसिस की जाती है। ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा मेडिकल कॉलेज में शुरू होने से यहां मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्हें कम से कम खर्च में उच्च स्तरीय स्वास्थ्यसुविधाएं मुहैया करने की सरकार की मंशा के अनुरूप मेडिकल प्रशासन हर संभव प्रयास करने में जुटा है।

गौरतलब है कि प्रदेश में अभी तक केवल लखनऊ के पीजीआई और लोहिया संस्थान के साथ कानपुर के केजीएमयू में ही किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा है। झांसी में यह सुविधा शुरू होने के साथ महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज ऐसा चौथा मेडिकल कॉलेज होगा जहां यह सुविधा मरीजों को दी जा सकेगी। अभी तक किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे लेागों को मध्य प्रदेश के ग्वालियर या फिर दिल्ली या लखनऊ की ख़ाक छाननी पड़ती थी लेकिन बुंदेलखंड क्षेत्र में किडनी की गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों के लिए अब आशा की एक नयी किरण दिख रही है।