नई दिल्ली, 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने के बाद बैंक खातों में 10 लाख रुपए या इससे ज्यादा की राशि जमा कराने वाले लोगों को इसका जवाब देना होगा।
आयकर विभाग के मुताबिक, नोटबंदी की घोषणा के बाद 1.5 लाख बैंक खातों में 10 लाख रुपए या उससे ज्यादा रकम जमा कराई गई है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) के नए ई-प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है, जिसके जरिए ऐसे अकाउंट होल्डर्स से संपर्क किया जाएगा।
ऑनलाइन देना होगा जवाबः-10 लाख के अधिक जमा कराने वाले लोगों को अपना जवाब भी ऑनलाइन देना होगा। आयकर के सूत्रों ने बताया कि यदि ऑनलाइन जवाब मिलने के बाद अगर असेसिंग ऑफिसर को अतिरिक्त सूचना की जरूरत होगी, तो व्यक्ति से उसे जमा कराने को कहा जाएगा। विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीबीडीटी के मेंबर्स ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सीनियर अधिकारियों को संदेहास्पद कैश डिपॉजिट, नई डेक्लरेशन स्कीम के टारगेट और बैंकों में जमा किए गए काले धन पर टैक्स की जानकारी दी।