लखनऊ, फिल्म अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी को शिवसेना ने उनके गांवमुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में रामलीला नहीं करने दी. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने घटना पर अफसोस जताया है.
नवाजुद्दीन ने इसके लिए काफी रिहर्सल की थी. वह कल रामलीला में शामिल होने के लिए वहां पहुंचे. वहां ग्रीन रूम में तैयार हो रहे थे तभी शिवसेना के लोगों ने वहां पहुंचकर उनका विरोध किया, जिसके बाद नवाज़ चुपचाप वहां से घर वापस चले गए. नवाजुद्दीन मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना गांव के रहने वाले हैं. गांव की रामलीला कमेटी के लोग चाहते थे कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी रामलीला में मारीच का रोल करें.
नवाजुद्दीन के रामलीला में रोल करने की खबर स्थानीय अखबारों में छप गई थी, इसलिए उन्हें देखने के लिए भारी भीड़ जमा हुई. लेकिन नवाजुद्दीन के रोल नहीं करने से बहुत से लोग मायूस हुए. सूत्रों के अनुसार, शिवसैनिकों का कहना है कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी को हम रामलीला नहीं करने देंगे. अगर नवाजुद्दीन ने यहां रामलीला करने की भूल की तो उन्हें शिवसेना स्टाइल में सबक सिखाया जाएगा. वो मुंबई में रहते हैं. उन्हें पता नहीं कि शिवसेना का स्टाइल क्या है?
स्थानीय पुलिस का कहना हैं कि नवाजुद्दीन या रामलीला कमेटी की तरफ से ऐसी कोई शिकायत पुलिस से नहीं की गई है. न ही नवाजुद्दीन के रामलीला में शामिल होने की जानकारी उन्हें दी गई, वरना वहां उनकी सुरक्षा का इंतजाम करते. हो सकता है कि नवाजुद्दीन को लगा हो कि उनके रामलीला में काम करने से कोई कानून व्यवस्था की स्थिति खराब न हो जाए, इसलिए वो बिना बताए चले गए.