नई दिल्ली, राज्यसभा सदस्य अमर सिंह को हालिया कुछ गतिविधियों के बाद खतरे की आशंका के चलते केंद्र सरकार ने केंद्रीय अर्धसैनिक कमांडो वाला जेड श्रेणी का सुरक्षा घेरा प्रदान किया है। यह फैसला उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले समाजवादी पार्टी के आंतरिक कलह की पृष्ठभूमि में किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार रात इस संबंध में एक आदेश जारी किया और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) से तत्काल प्रभाव से यह जिम्मेदारी संभालने को कहा। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा दी गयी जानकारी का हवाला देते हुए एक अधिकारी ने कहा, हालिया गतिविधियों के मद्देनजर (सिंह को) खतरे की आशंका है। हालांकि एजेंसियों ने खतरे के संबंध में ज्यादा ब्योरा नहीं दिया। सपा नेता मुलायम सिंह यादव के करीबी अमर सिंह के सुरक्षा घेरे में सीआईएसएफ के दो दर्जन सशस्त्र कमांडो की टुकड़ी जेड सुरक्षा घेरे के तहत होगी और उत्तर प्रदेश में उनके दौरों के समय उनके साथ यह सुरक्षा घेरा पूरे वक्त रहेगा। जब वह दिल्ली में होंगे तो दिल्ली पुलिस की छोटी सी टीम उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल सकती है। सपा नेता मुलायम सिंह से कुछ दिन तक संबंधों में तनाव रहने के बाद अमर सिंह फिर से उनके करीब आ गये थे और मई में फिर से पार्टी के राज्यसभा सांसद बनाये गये थे। समाजवादी पार्टी के नियंत्रण को लेकर मुलायम और उनके बेटे अखिलेश यादव के बीच गतिरोध के दौरान अमर सिंह फिर से खबरों में आ गये हैं। अधिकारियों के मुताबिक अमर सिंह 2008 से 2016 के मध्य तक सीआईएसएफ के केंद्रीय सुरक्षा घेरे में रहे और बाद में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश पुलिस को यह जिम्मेदारी सौंप दी थी। एक अधिकारी के अनुसार, सुरक्षा की फिर से समीक्षा कर उसे सीआईएसएफ के तहत ही जेड श्रेणी का कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए अगले महीने चुनाव शुरू होगा।