अहमदाबाद, लोढा समिति की रिपोर्ट को उच्चतम न्यायालय से मान्यता मिलने के बाद गुजरात क्रिकेट एशोसिएशन के अध्यक्ष तथा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पद छोडने की अटकलें तेज हैं। अटकलो के बीच जीसीए के उपाध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद परिमल नाथवाणी ने गुरुवार को कहा कि इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी।
नाथवाणी ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि श्री शाहए जिन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनके स्थान पर जीसीए का अध्यक्ष पद संभाला थाए को लोढा समिति के प्रतिबंधों के कारण पद छोड़ना पड़ेगा। मुझे भी ऐसा करने की जरूरत नहीं क्योंकि हम दोनों न तो 70 साल से अधिक उम्र के हैं न ही हममें से कोई भी नौ साल से अधिक समय तक जीसीए में पद पर रहा है। इसके अलावा न तो श्री शाह मंत्री अथवा किसी सरकारी पद पर हैं न ही मैं। वह गुजरात के विधायक हैं और मैं राज्यसभा सांसद।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि सभी क्रिकेट संघों को उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का सम्मान करना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की गलती का खामियाजा पूरे क्रिकेट को भुगतना पड़ रहा है। क्रिकेट देश की धड़कन की तरह है। अब अदालत के फैसले से चीजें ठीक होंगी। जो इसे नहीं मानेगा उसे सजा भी भुगतनी पड़ेगी। अदालत के निर्णय के मद्देजनर कल संघ की एक बैठक भी होगी।