अयोध्या, लोकसभा चुनाव में रामनगरी में शिकस्त मिलने के बावजूद उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार अयोध्या में जारी विकास योजनाओं में ठील देने के मूड में नहीं है।
हाल ही में गठित हुए अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद भी योजनाओं का पिटारा खोलने जा रहा है। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बैठक कर 110 करोड़ की योजनाओं को हरी झंडी दे सकते हैँ।
रामनगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बार फिर से कई योजनाओं पर काम शुरू होने जा रहा है। श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के पास 11 प्रोजेक्ट भेजे गए हैं। 110 करोड़ की इन परियोजनाओं पर परिषद की बैठक में मंजूरी मिलना तय है। इसी महीने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में तीर्थ विकास परिषद की बैठक संभावित है।
ज्ञातव्य है कि अयोध्या में 32 हजार करोड़ की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। अब कुछ नई योजनाओं पर काम शुरू करने तैयारी हो रही है। रामनगरी की पौराणिकता की गवाह मणिपर्वत का भी सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। मणिपर्वत भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है। यहां हर साल सावन माह में मेला लगता है। रामनगरी में झूलनोत्सव का शुभारंभ मणिपर्वत मेले के साथ ही होता है।
श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के सीईओ संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि अयोध्या के नियोजित विकास के लिए विभिन्न विभागों की विकास योजनाओं के प्रस्ताव तीर्थ विकास परिषद को मिले हैं। अयोध्या विकास प्राधिकरण के 8 और उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम के तीन प्रस्ताव हैं। इन सभी योजनाओं की कुल कीमत करीब 110 करोड़ होगी। इन योजनाओं के मूर्त रूप लेने से रामनगरी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।