नई दिल्ली, अयोध्या बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को 4 हफ्ते के लिए टाल दी है। सुप्रीम कोर्ट ने यह सुनवाई इसलिए टाल दी क्योंकि इस केस से जुड़े कई पक्षकारों ने अदालत से अपना पक्ष रखने के लिए कुछ अतिरिक्त समय दिए जाने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट में इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले पर अंतिम सुनवाई की जानी है, जिसमें सभी आरोपियों को आपराधिक साजिश रचने के आरोपों से बरी कर दिया गया था।
हाईकोर्ट ने इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय मंत्री उमा भारती, राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह, भाजपा वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी सहित 17 आरोपियों को आपराधिक साजिश के आरोप से बरी कर दिया था। पिछली सुनवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने इन सभी आरोपियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ हाजी महबूब अहमद ने अपनी याचिका में सीबीआई पर ये आरोप लगाया है कि केंद्र में सरकार बदलते ही जांच एजेंसी ने आरोपियों के खिलाफ लगे आरोपों को कमजोर कर दिया। जिसका लाभ सभी आरोपियों को मिला। इसलिए इस फैसले की दोबारा से समीक्षा की जानी चाहिए।