लखनऊ, विश्व हिन्दू परिषद द्वारा अयोध्या में 25 नवम्बर को आयोजित धर्मसभा के लिए तैयारियां जोर शोर से चल रही है तथा ढाई लाख रामभक्तों के सभा में आने की संभावना है। विहिप के प्रांत संगठन मंत्री अवध प्रांत भोलेन्द ने यहां जारी बयान में बताया कि अयोध्या में 25 नवम्बर को होने वाली धर्मसभा की तैयारियां जोर.शोर से हो रही है। जगह.जगह जुलूस और रैलियां निकल रही हैं तथा धर्मसभा में करीब ढाई लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। धर्मसभा में आने वाले रामभक्तों के वाहनों के लिए 15 पार्किंग स्थल बनाये गये हैं।
विहिप पदाधिकारी ने कहा हिन्दू समाज के धैर्य की परीक्षा न ली जाए। हिन्दू समाज पूज्य संतोंए धर्माचार्यों और धर्मसभा के माध्यम से यही संदेश देने वाला है। देश के पूज्य संतों की उपस्थिति में धर्मसभा का आयोजन 25 नवम्बर को हो रहा है। उन्होने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए हिन्दू समाज बेसब्री से न्यायालय के निर्णय का इंतजार कर रहा था लेकिन न्यायालय का इस मामले में टालमटोल करने के कारण अब हिन्दू आहत है तथा अपने को अपमानित महसूस कर रहा है। इस कारण समाज में आक्रोश है।
उन्होंने कहा कि न्याय की आशा में वर्ष 1950 से 1985 ;36 वर्षोद्ध तक भगवान रामलला ताले में रहे। वर्ष 1992 से 2010 तक उच्च न्यायालय के कारण टेंट मे रहे और वर्ष 2010 में निर्णय होने के बाद भी आठ वर्षो तक वह टेंट में ही हैं। न्याय की प्रतीक्षा में हिन्दू समाज बेसब्री से इंतजार कर रहा था कि उच्चतम न्यायालय रामलला मंदिर पर निर्णय करेंगेए लेकिन न्यायालय में दो मिनट में ही दो महीने के लिए मामले को बिना बेंच बनाये टालने के कारण हिन्दू समाज आहत है और अपमानित महसूस कर रहा है।श्री भोलेन्द ने कहा कि जब न्याय के रास्ते बंद हो जाते हैं तब हम धर्मसभा के माध्यम से न्याय की गुहार के लिए समाज के बीच जाते हैं। विहिप संत समाज के मार्ग दर्शन में हिन्दू समाज के बीच जा रही है। हिन्दू समाज की भावना को कोर्ट भी समझेए सत्ता के लोग भी समझे और मस्जिद के लिए जिद पर अड़े लोग भी समझे।