अयोध्या, अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर के जोर शोर से जारी निर्माण कार्य के बीच मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की भी तैयारियां तेज कर दी गयी हैं।
समारोह में देश भर के दस हजार विशिष्ट अतिथियों के बैठने की व्यवस्था के लिये श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जगह की तलाश शुरू कर दी है वहीं महोत्सव के लिये सभी लोग होर्डिंग लगाने के लिये भी तैयार हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार निर्माणाधीन मंदिर में प्रबंधक समिति की बैठक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य भैयाजी जोशी की अध्यक्षता में हुई। तीन घंटे की इस मैराथन बैठक में विभिन्न विषयों में गहन मंथन कर अलग-अलग व्यवस्थाओं को लेकर चर्चायें भी की गयीं।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय के मुताबिक महोत्सव में आयोजित समारोह के लिये ऐसे स्थान के चयन पर मंथन हो रहा है जहां दस हजार कुर्सियां लगायी जा सकें। उन्होंने बताया कि इसका मतलब साफ है कि एक लाख वर्ग मीटर समतल भूमि की जरूरत है। महोत्सव में कितनी जनता आयेगी इसका अनुमान संभव नहीं है फिर भी आगन्तुकों के आवास, भोजन व शौचालय की चिंता हमारी प्राथमिकता में है।
उन्होंने बताया कि यह महोत्सव पूरे देश में मनाया जाय ऐसी मंशा हमारी है, इसके लिये देश के हर शहर व गांव में होर्डिंग लगाने पर भी विचार किया जा रहा है, जिसका मैटर तीर्थ क्षेत्र की ओर से उपलब्ध कराये जाने की उम्मीद है।
राम मंदिर निर्माण समिति की कल देर शाम बैठक के बाद बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के लिये पत्र भेज दिया गया है और उसे व्यस्ततम कार्यक्रम में समय निकालने का आग्रह किया गया है।
यह भी बताया गया है कि सिंहद्वार पर लगने वाले दो सिंह, दो गज के अलावा हनुमानजी व गरुण जी उसी पत्थर से बनेंगे जिससे मंदिर का निर्माण हो रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त परकोटा में बनने वाली मूर्तियों के चयन के लिये तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की एक टीम जयपुर का दौरा करेगी और यह पता लगायेगी कि जिस मूर्ति की मंदिर में स्थापना होनी है वह उपलब्ध है अथवा उनका निर्माण करना होगा।
उन्होंने बताया कि रामायण के प्रसंगों के चित्र कांस्य प्लेट पर उकेरे जायेंगे। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक भूतल के एक 160 स्तम्भों पर आइक्रोनोग्राफ के जरिये रामायण के प्रसंगों को उकेरा जा रहा है। उनकी संख्या छह हजार से अधिक होगी। इसके अलावा तीन सौ प्रसंगों के एपिसोड कांस्य की प्लेट पर उकेरे जायेंगे जो कि लोअर प्लिंथ पर जड़े जायेंगे। इसी तरह परकोटे पर भी नब्बे कांस्य प्लेटों पर रामायण के एपिसोड बनेंगे। इनमें से भी सत्तासी प्रसंगों का चयन बाकी है।
राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में मंदिर निर्माण प्रगति के साथ प्राण प्रतिष्ठा के लिये की जाने वाली तैयारियों पर भी जहां मंथन किया गया।
कारसेवकपुरम् में बैठक सम्पन्न होने के बाद श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने बताया कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अगले साल 15 से 24 जनवरी के बीच प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में शामिल होने के लिये आमंत्रण पत्र भेज दिया है और जल्द ही इसकी तिथि भी तय हो जायेगी। उन्होंने बताया कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिये भगवान की प्रतिमा बन रही है। मंदिर में दरवाजे लगाये जाने का काम भी चल रहा है। इन सब का भी निरीक्षण व समीक्षा की गयी। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि मंदिर के खम्भों में देवी देवताओं की मूर्तियां बनी हैं जिसकी संख्या छह हजार से अधिक होगी। अभी फिलहाल भूतल पर कुछ खम्भों का चयन किया गया है। लोअर प्लिंथ पर सब पैनल बनने है जिस पर रामायण के विभिन्न प्रसंगों का आंकलन होगा, इस पर भी मंथन किया गया है।
इसके साथ ही परकोटे में नब्बे पैनल को लगाये जाने की तैयारियां हैं और यह सभी रामकथा पर आधारित चित्रों से युक्त होंगे। मंदिर के प्रवेश द्वार पर दो गज, एक हनुमान जी की और एक गरुड़ जी की मूर्ति बनेगी यह कैसे और किस पत्थर पर तैयार किया जायेगा इस पर चर्चा की गयी है जबकि परकोटा छह मंदिरों से युक्त होगा।