खरगोन, कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद से पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को हटाए जाने के बाद उनके समर्थक माने जाने वाले चार पदाधिकारियों को भी पद से हटाने पर उनके समर्थकों ने पार्टी से इस्तीफा देने की चेतावनी दी है।
हालांकि अरुण यादव के विरोधी खेमे ने इसे दबाव बनाने की रणनीति बताया है। कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष तथा अरुण यादव के कट्टर समर्थक मिर्जा हबीब बेग ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि हाल ही में पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के निर्देश पर महेश्वर के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन सिंह ठाकुरए नगर कांग्रेस महेश्वर के अध्यक्ष हेमंत जैनए मंडल अध्यक्ष गिरिराज सराफ और सेक्टर अध्यक्ष शुभम व्यास के पार्टी से निष्कासित करने का विरोध किया जाता है। इस कार्रवाई के विरोध में जिले के करीब 12 सौ से अधिक पदाधिकारी अपने पद से इस्तीफा दे देंगे ।
उन्होंने आरोप लगाया कि दीपक बावरिया प्रदेश में दोहरी राजनीति कर रहे हैं और कांग्रेस को कमजोर करने वाले नेताओं को तवज्जो दे रहे हैं । इस अवसर पर श्री यादव ने कहा कि महेश्वर के चारों कांग्रेस पदाधिकारियों का निष्कासन अनुचित है और खरगोन जिले के कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता दिल्ली जाकर उनका निष्कासन रद्द कराने के लिए अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे ।
पूर्व विधायक व प्रदेश कांग्रेस महासचिव परसराम डंडीर ने आरोप लगाया कि दीपक बावरिया को प्रदेश के प्रभाव से मुक्त नहीं किया गया तो वह भाजपा से सांठगांठ कर कांग्रेस को विधानसभा और लोकसभा में पराजित करा देंगे । दूसरी ओर कांग्रेस की राष्ट्रीय पदाधिकारी और महेश्वर क्षेत्र की नेता विजयलक्ष्मी साधो ने कहा कि चारों पदाधिकारियों के निष्कासन में उनकी कोई भूमिका नहीं है। निष्काषित पदाधिकारियों द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया से अनुशासनहीनता की खबरें सामने आयीं थीं ।
उन्होंने कहा कि इस्तीफे की धमकी दरअसल अरुण यादव तथा उनके समर्थकों द्वारा दबाव की राजनीति का हिस्सा है। पद से हटाए जाने के बाद से वे अपने को कहीं न एडजेस्ट करने और कोई बड़ा पद पाने के लिए यह काम कर रहे हैं । कांग्रेस जैसी विशाल पार्टी में कई लोग आते और जाते रहते हैं। उधर जिला कांग्रेस अध्यक्ष झूमा सोलंकी ने भी स्पष्ट कहा कि वह इस्तीफा नहीं देंगी । लोकसभा सांसद कमलनाथ के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पश्चिमी मध्य प्रदेश के पश्चिम निमाड़ में अरुण यादव के प्रभाव को विजयलक्ष्मी साधो ए बाला बच्चन तथा रवि जोशी जैसे नेताओं से चुनौती मिल रही है।