नई दिल्ली, सरकार द्वारा किए गये एक प्रमुख निर्णय में थलसेना को अधिकार सम्पन्न बनाया गया है ताकि वह अल्प अवधि के तीखे युद्धों की युद्धक तैयारी बरकरार रखने के मकसद से महत्वपूर्ण अस्त्र प्रणालियों एवं अन्य सैन्य साजोसामान की सीधे खरीद कर सकती है। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने इसके बारे में जानकारी दी। यह कदम थलसेना की युद्धक तैयारियों की कमियों को दूर करने के मकसद से उठाया गया है।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जबकि डोकलाम क्षेत्र में भारत एवं चीन की सेनाओं के बीच तनातनी है और जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के समीप भारत पाक तनाव बढ़ गया है। अधिकारी ने बताया कि सरकार द्वारा किये गये निर्णय के अनुसार सेना के उप प्रमुख को दस प्रकार की अस्त्र प्रणालियों एवं उपकरणों के लिए गोला बारूद एवं कलपुर्जे खरीद करने के पूर्ण वित्तीय अधिकार दिये गये हैं।
इससे पहले आंतरिक समीक्षा में पाया गया कि युद्धक तैयारियां इष्टतम स्तर पर बरकरार नहीं रखी जा सकती हैं। अधिकारी ने अपनी पहचान छिपाने की शर्त पर कहा कि वह मीडिया से बात करने के लिए अधिकृत नहीं है। अधिकारी ने कहा कि बजटीय सहायता की उपलब्धता को देखते हुए सम्पूर्ण अस्त्र प्रणाली के लिए 40000 करोड़ रूपये तक के वित्तीय अधिकार हो सकते हैं।