आईआईटी कानपुर के दो प्रोफेसर भी शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार पाने वालों मे

sinceनई दिल्ली,  आईआईटी कानपुर के दो और दिल्ली के एक प्रोफेसर को विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सर्वाधिक प्रतिष्ठित शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से नवाजा जाएगा। सीएसआईआर के प्लेटिनम जुबली कार्यक्रम में इन पुरस्कारों की घोषणा की गई। इन पुरस्कारों की सूची में हालांकि कोई भी महिला वैज्ञानिक नहीं है। आईआईटी कानपुर के अविनाश कुमार अग्रवाल को इंजीनियरिंग साइंसेज, आईआईटी कानपुर के ही सुब्रह्मण्मय अनंत रामकृष्ण को आईआईएससी के सुधीर कुमार वेमपति के साथ संयुक्त रूप से फिजिकल साइंसेज और आईआईटी दिल्ली के नवीन गर्ग को मैथमेटिकल साइंसेज वर्ग में यह पुरस्कार दिया जाएगा। बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आइआइएससी) के ऋषिकेश नारायण और कोलकाता सीएसआईआर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल बॉयोलॉजी के सुवेंद्र नाथ भट्टाचार्य को बॉयोलॉजिकल साइंस, पार्थ सारथी मुखर्जी को केमिकल साइंसेज, सुनील कुमार सिंह को अर्थ, एटमॉसफियर, ओशियन और प्लैनेटरी साइंसेज वर्ग में यह सम्मान दिया जाएगा। माइक्रोसाफ्ट रिसर्च इंडिया के वेंकट नारायण पद्मनाभन को इंजीनियरिंग साइंसेज और मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च को मैथमेटिकल साइंसेज वर्ग में पुरस्कृत किया जाएगा। मेडिकल साइंस वर्ग में यह सम्मान नियाज अहमद एएस को मिलेगा। देहरादून स्थित सीएसआइआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम को फिजिकल साइंसेज और इंजीनियरिंग वर्ग में सीएसआईआर टेक्नोलॉजी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। लखनऊ स्थित सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट्स और सीएसआईआर के नेशनल बॉटोनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट को लाइफ साइंसेज वर्ग का पुरस्कार मिलेगा। इनोवेशन वर्ग में बेंगलुरु स्थित सीएसआईआर के नेशनल एयरोस्पेस लेब्रोरेट्रीज को पुरस्कृत किया जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button