कानपुर, पुखरायां के बाद रूरा रेल हादसा हुआ और दोनों हादसों की अभी जांच पूरी नहीं है। जिससे अधिकारिक रूप से जनता को हादसों की जानकारी नहीं हो पा रही है। पर आईआईटी ने अपनी जांच पर स्पष्ट कर दिया कि रूरा हादसा पटरी काटने के चलते हुआ है। कानपुर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर 40 दिनों के अन्दर दो बड़े रेल हादसे हुए। जिसमें पुखरायां हादसे में डेढ़ सौ यात्रियों की जान गई और करीब दो सौ घायल हुए। इसी तरह रूरा हादसे में किसी यात्री की जान तो नहीं गई पर सौ से अधिक यात्री घायल हुए।
दोनों बड़े हादसों की जांच अभी अधिकारिक रूप से जनता के सामने नहीं आ पाई है जिससे पता चल सके कि किन कारणों के चलते यह हादसे हुए। पर आईआईटी कानपुर ने रूरा हादसे की ड्रोन कैमरे से सघन जांच पड़ताल की थी इसके साथ ही कुछ सैंपल भी लिए थे। जिसके आधार पर यह दावा किया है कि रेल पटरी को काटा गया था। आईआईटी कानपुर के प्रिंसिपल सॉफ्टवेयर इंजीनियर (कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग) बी.एम. शुक्ला ने बताया कि पटरी को जिस जगह से काटा गया है वहां जंग लगा हुआ है। इसका मतलब है कि पटरी को काफी दिनों पहले काटा गया था। कितने दिनों पहले काटा गया था ये और जांच के बाद ही पता चलेगा। उन्होंने कहा कि रेल की पटरी को काटना किसी आम आदमी के लिए आसान काम नहीं है।
पटरी दो मिलीमीटर के लगभग काटी गई थी उतना काटना आसान नहीं है। जिससे साफ है कि आधुनिक औजारों से उस व्यक्ति या उन व्यक्तियों ने ये काम किया होगा जिन्हें इसकी जानकारी थी या जो अभ्यस्त होगें। उनका कहना है अब पुलिस का काम है कि वह पता लगाए कि पटरी किसने और क्यों काटी। मंधना में मिले स्पष्ट प्रमाण पुखरायां व रूरा हादसों में भले ही यह विश्वास न किया जा सके कि पटरी काटने से ही हादसा हुआ होगा। पर बीते सप्ताह कानपुर फर्रखाबाद रेल लाइन में मंधना के पास पटरी को काटा गया और पटरियों के बोल्ट भी खोले गये। गनीमत रही कि पेट्रोलिंग कर्मचारियों ने कटी पटरी को हादसा होने से पहले पता लगा लिया। यहां पर पटरी काटने की बात स्पष्ट हो चुकी है और अज्ञात पर मुकदमा भी दर्ज हो चुका है। एसपी सचीन्द्र पटेल ने बताया कि ऐसे साजिशकर्ताओं की तलाश की जा रही है जल्द ही उन्हे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आगे पुलिस का कदम क्या होता है यह अलग बात है पर यह सवाल बना हुआ है कि अगर आईआईटी के दावे को सच मान लिया जाए कि पटरी काटने से ही हादसे हुए तो पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती है।