लखनऊ, आईएएस प्रदीप शुक्ला के बाद अब राजीव कुमार भी जेल जाने के कारण निलंबित होने वाले यूपी सरकार के दूसरे आइएएस अधिकारी हैं। नोएडा प्लॉट आवंटन घोटाले में जेल भेजे गये वरिष्ठ आइएएस व पूर्व प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक राजीव कुमार को निलंबित कर दिया गया। जेल जाने के कारण इससे पहले एनआरएचएम घोटाले में प्रदीप शुक्ला को निलंबित किया गया था। मुख्य सचिव आलोक रंजन के नेतृत्व में बुधवार की शाम उच्च स्तरीय बैठक में प्रतीक्षारत आइएएस राजीव कुमार को निलंबित करने का निर्णय किया गया और देर शाम आदेश भी जारी कर दिया गया। जल्द ही उनको आरोप पत्र दिया जाएगा, जिसका जवाब मिलने के बाद सरकार आगे की कोई कार्रवाई करेगी। ध्यान रहे, 1995 …
मुख्य सचिव अलोक रंजन के नेतृत्व में बैठक बुलायी गई जिसके बाद राजीव कुमार को सस्पेंड करने का निर्णय लिया गया। आईएएस अफसर राजीव कुमार ने सोमवार को सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया था, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था। राजीव कुमार को कोर्ट ने नोएडा सेक्टर-14ए में एक गेस्ट हाउस के लैंडयूज को बदलकर उसे रेसीडेंशियल करवाने और ग्रीन बेल्ट की 105 वर्गमीटर अतिरिक्त भूखंड को अवैध तरीके से शामिल करने का दोषी पाया था और उन्हें तीन साल की सजा सुनाई थी। प्राधिकरण की पूर्व चेयरमैन और पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नीरा यादव इसी मामले में पहले ही सरेंडर कर जेल जा चुकी हैं। इसे लेकर दोनों दोषी ने हाईकोर्ट में भी गुहार लगाई थी। जहां उनकी याचिका 25 फरवरी को खारिज कर दी गई थी. हालांकि नीरा यादव ने 14 मार्च को सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया था लेकिन राजीव कुमार सुप्रीम कोर्ट चले गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने 28 मार्च को उन्हें सरेंडर के लिए 4 सप्ताह का समय दे दिया था।