काबुल/नयी दिल्ली, आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के आतंकियों ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित गुरुद्वारा कार्ते परवान में शनिवार की सुबह हमला बोल दिया जिसमें लगभग 15 अफगान सिख और हिंदू फंस गए जबकि एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है।
इस बीच भारत ने अफगानिस्तान में काबुल के एक गुरुद्वारे पर हमला होने की रिपोर्टों पर गहरी चिंता जताई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि हम काबुल से आ रही रिपोर्टों से बहुत चिंतित हैं जिनमें काबुल में एक गुरुद्वारे पर हमला होने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि हम स्थिति पर पैनी नज़र रखे हुए हैं और इस घटना को लेकर अधिक विवरण की प्रतीक्षा है।
इससे पहले, इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने कहा कि काबुल से खतरनाक खबरें आ रही हैं और अज्ञात सशस्त्र हमलावरों ने काबुल में गुरुद्वारा कार्ते परवान में प्रवेश किया है।
श्री चंडोक ने कहा, “मैंने अभी-अभी गुरुद्वारा कार्ते परवान के अध्यक्ष गुरनाम सिंह से बात की है। वह रो रहे थे और आरोप लगाया कि हमलावरों ने गुरुद्वारे के अंदर रहने वाले सभी लोगों की हत्या कर दी है। उनके अनुसार आतंकवादी आईएसआईएस के हैं।”
उन्होंने भारत सरकार से बिना किसी और देरी के अफगान अल्पसंख्यकों को तुरंत वापस लाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि वे छह महीने से ई-वीजा का इंतजार कर रहे हैं।
सिख नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक ट्वीट में कहा कि काबुल में गुरुद्वारा कार्ते परवान के अंदर लगभग 10-15 सिख फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा, “इस हमले में एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है।”