नयी दिल्ली, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने हाल ही में 2024 से 2031 तक के चक्र में दो अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के आयोजन को लेकर अपना रुख बदल दिया है, क्योंकि इन आयोजनों को लेकर बीसीसीआई का दृष्टिकोण अब कुछ अलग है। आईसीसी टूर्नामेंटों के प्रति बीसीसीआई के इस बदले रुख से आईपीएल के लिए एक बड़ी और विस्तारित विंडो की संभावना जताई जा रही है।
दरअसल पहले बीसीसीआई ने ज्यादा आईसीसी टूर्नामेंटों का विरोध किया था। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड भी इस विरोध का हिस्सा थे, लेकिन अब बीसीसीआई समेत तीनों बड़े क्रिकेट बोर्ड ने ज्यादा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के आयोजन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई अध्यक्ष बनने से पहले सौरव गांगुली ने एक बयान में कहा था, “ जीवन में कम चीजें ही ज्यादा होती है, इसलिए हमें इससे सावधान रहना होगा। फुटबॉल विश्व कप हर चार साल बाद होता है और आप इसके लिए प्रशंसकों में पागलपन देख सकते हैं। यह फैसला आईसीसी को करना है कि मैं इस पर बात करने या टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं हूं। जब भी मुझे चर्चा का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा, मैं बोलूंगा। ”
दिलचस्प बात यह है कि गांगुली ने खुद आईसीसी बोर्ड के इस हालिया प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें अगले आठ साल के चक्र के लिए दो एकदिवसीय विश्व कप, चार टी-20 विश्व कप और दो चैंपियंस ट्रॉफी को मंजूरी दी गई थी। बीसीसीआई के आईसीसी टूर्नामेंट के संबंध में इस यू टर्न के पीछे आईपीएल को एक बड़ी और विस्तारित विंडो से जोड़कर देखा जा सकता है। वर्तमान में आईपीएल के 60 मैचों के लिए 52 से 54 दिनों का समय लगता है। अधिकतर विदेशी खिलाड़ियों की भागीदारी के लिए अप्रैल-मई में अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर फ्री रखा जाता है। अगर आईपीएल में दो नई टीमें जुड़ती हैं तो 15 से 20 दिन अतिरिक्त चाहिए होंगे।
फिलहाल अभी आईपीएल में दो टीमें जोड़ने को लेकर चीजों को अंतिम रूप में नहीं दिया गया है। बीसीसीआई की जनरल बॉडी ने बेशक इसे मंजूरी दी है, लेकिन इसके लिए कम से कम 15 से 20 दिन अतिरिक्त लगेंगे। यह बोर्ड पर निर्भर करता है कि आईपीएल के नए स्वरूप पर कैसे काम किया जाएगा। इसे एक चरण में आयोजित किया जाएगा या दो चरण। आईपीएल के आईसीसी टूर्नामेंटों से अलग समय पर होने से ही ब्रॉडकास्टर्स को इसे कवर करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।