आखिर टेस्ट सीरीज में क्यों रहा विराट का बल्ला खामोश, जानिए सौरव गांगुली का बयान

नई दिल्ली,  ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की नाकामी के बारे में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि इस सीरीज में कोहली ने भावनाओं को अपनी बल्लेबाजी पर हावी हो जाने दिया जिसका असर उनकी बल्लेबाजी पर पड़ा। आस्ट्रेलिया के खिलाफ संभवतः कप्तान के रूप में जीत दर्ज करने को लेकर वह  इतना आतुर थे कि उन्होंने अपनी भावनाओं को बल्लेबाजी को प्रभावित करने दिया। यह विराट के लिए सबक भी होगा।

उनके पास इतनी बेशकीमती प्रतिभा है कि मैं उम्मीद करता हूं कि वह शांत होंगे और एक बार फिर बड़ी पारियां खेलने लगेंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले विराट शानदार फॉर्म में थे और वह लगातार चार टेस्ट सीरीज दोहरा शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने थे और मौजूदा सत्र के 13 मैचों में 1457 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह बुरी तरह विफल रहे और तीन मैचों की पांच पारियों में 0, 13, 12, 15 और 6 रन के स्कोर के साथ कुल 46 रन ही बना सके।

वह कंधे की चोट के कारण चौथे और अंतिम टेस्ट में नहीं खेल पाए। गांगुली ने लिखा है, कोहली को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में शामिल किया और उन्हें जुनूनी कप्तान करार दिया। गांगुली ने कहा, मेरे लिए दो विराट हैं। एक बल्लेबाज और एक कप्तान। उन्होंने कहा,  बल्लेबाज निश्चित तौर पर दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं क्योंकि उन्होंने फिटनेस और बड़ा स्कोर बनाने की भूख के मामले में अपने लिए ऊंचे मानक तय किए हैं। कप्तान अधिक जुनूनी हैं। वह जीतना चाहते हैं और रोज जीतना चाहते हैं और यह हमेशा संभव नहीं है, मैं विराट को नंबर एक से कम पर समझौता करते हुए नहीं देखता।

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