दरभंगा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद बिहार में अपनी पहली यात्रा के दौरान आज सवाल किया कि आखिर तीन तलाक के मुद्दे पर धर्मनिरपेक्ष नेता चुप क्यों हैं, जिसने देश की आधी मुस्लिम आबादी को प्रभावित किया है। यहां के राज मैदान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद की जोड़ी को बेमेल करार देते हुए नीतीश सरकार को तीन तलाक का विरोध करने, अवैध बूचड़खाना बंद करने तथा एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन करने की चुनौती दी।
उन्होंने कहा, तीन तलाक के मुद्दे पर आपने नीतीश कुमार एक शब्द भी नहीं बोला। इस मुद्दे ने देश की मुस्लिम महिलाओं को प्रभावित किया है जिसे अब न्यायपालिका देख रहा है। आखिर इन धर्मनिरपेक्ष नेताओं ने इस पर चुप्पी क्यों साध रखी है? आखिर आप इन महिलाओं को एक सम्मानित जीवन से वंचित क्यों रखना चाहते हैं?
उन्होंने इन धर्मनिरपेक्ष नेताओं की सार्वजनिक जीवन में दोहरे रवैये की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी कथनी और करनी में फर्क है। मार्च में मुख्यमंत्री का कार्यकाल संभालने के बाद उनकी छवि एक मुस्लिम विरोधी के तौर पर गढ़ने को लेकर भाजपा नेता ने विरोधियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि संविधान में उनका दृढ़ विश्वास है और उनकी सरकार ने समाज के हर तबके के लाभ के लिये विकास के कई कल्याणकारी कार्यक्रमों को लागू किया है।