रविवार को संसद के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सांसदों समेत उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष भी मौजूद रहीं. प्रधानमंत्री और कैबिनेट के तमाम सदस्यों सहित विपक्ष के नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
समारोह में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा में नेता होने की वजह से सपा महासचिव रामगोपाल यादव और लोकसभा मे सपा के नेता सपा संरक्षक मुलायम सिंह कार्यक्रम मे शामिल हुये. रामगोपाल यादव ने जैसे ही अपने बड़े भाई मुलायम सिंह को देखा, उन्होने आगे बढ़कर उनके पैर छुये. मुलायम सिंह ने भी उन्हें खुश होकर आशीर्वाद दिया.केंद्रीय कक्ष में हुए इन दृश्यों ने सबका ध्यान खींचा.
दोनों नेताओं के बीच समाजवादी कुनबे में मचे घमासान का बाद से ही बातचीत बंद है. मुलायम सिंह यादव अपने बेटे अखिलेश यादव के व्यवहार से काफी आहत हैं और वह इसके लिये राम गोपाल यादव को पूरे तौर पर दोषी ठहरातें है. हां तक कि रामगोपाल यादव के जन्मदिन के मौके पर भी मुलायम सिंह सैफई नहीं गए थे.
समारोह में सपा के राज्यसभा में नेता होने की वजह से रामगोपाल को आगे की पंक्ति में जगह मिली, जबकि लोकसभा में संख्याबल कम होने की वजह से मुलायम सिंह दूसरी पंक्ति में बैठे.