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आगामी विधानसभा चुनाव में सपा का होगा सूपड़ा साफ: केशव प्रसाद मौर्य

प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को दावा किया कि विधानसभा चुनाव 2027 में समाजवादी पार्टी (सपा) का सूपड़ा साफ हो जएगा।

उप मुख्यमंत्री ने लखनऊ रवाना होने से पहले सर्किट हाउस में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भेंट कर आगामी जिला पंचायत और 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में मजबूती से जुड़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2027 में सपा बहादुर अखिलेश यादव अपनी पार्टी का सूपड़ा साफ होने की आशंका से बौखला गये हैं। इस कारण वह अनर्गल बयानबाजी कर सामाजिक ताना-बाना तोड़ने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “सबका साथ, सबका विकास” के मंत्र पर काफ़ी गंभीरता से सकारात्मक कार्य कर रही है जबकि सपा सदा ही ‘कुछेक के साथ से अपने परिवार का विकास’ में यकीन रखती है। सपा को कभी भी गरीबों, पिछड़ों और दलितों का विकास रास नहीं आया है।

उन्होंने कहा कि उनकी (अखिलेश) यह नीति ही उनकी पार्टी के लिए भस्मासुर साबित होगी, यह तय है। ‘बाबासाहेब’ डॉ.भीमराव अंबेडकर की सोमवार को जयंती पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिला ऐतिहासिक जनसमर्थन भी सपा को हज़म नहीं हो रहा है। उसका हाजमा खराब हो गया है। सपा का फर्जी पीडीए का गुब्बारा फूट चुका है। इस कड़वी सच्चाई के बावजूद वह अभी भी ज़मीनी हक़ीक़त से कोसों दूर है।

केशव प्रसाद मौर्य  कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा कि राजनीति का इतिहास ‘गवाह’ है कि दशकों तक मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करते-करते कांग्रेस खुद ‘पंक्चर’ हो गई है। सच यह है कि क्षेत्रीय दलों की बैसाखियों पर घिसटने के अलावा उनके सामने कोई दूसरा रास्ता ही नहीं है। इन सबके बावजूद अकड़ उनकी ऐसी मानो देश का भार उन्ही पर हो। विपक्ष में होने के बावजूद उनका व्यवहार सत्ता पक्ष जैसा है।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के बजाय गांधी परिवार की छाया में ‘राजशाही’ में यकीन करने वाली कांग्रेस को संविधान की कभी फिक्र नहीं रही है। उसके इतिहास में बस एक फर्क यह आया है कि अब वह ‘गांधी की खादी’ को तिलांजलि देकर ‘टी-शर्ट’ पर आ गई है। इसका प्रभाव भी जनता पर बेअसर है क्योंकि पांच दफ़ा सांसद बनने के बाद भी श्री राहुल गांधी का मतलब ही नामुमकिन है। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मतलब ही मुमकिन है। उनके नेतृत्व में भाजपा देश की तस्वीर बदल रही है, जबकि कांग्रेस केवल मुस्लिम समाज को पंक्चर वाला ही देखना चाहती है।