लखनऊ, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन के प्रयास जारी हैं। दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे का विवाद हल नहीं हो पा रहा है। सपा ने कांग्रेस के टिकट पर जीते 10 विधायकों की सीटों पर भी अपने प्रत्याशी घोषित करके एक नया मोड़ ला दिया है। सूत्रों के मुताबिक शनिवार को गठबंधन को लेकर गुलाम नबी आजाद अखिलेश से मुलाकात कर सकते हैं। उधर, कांग्रेस ने अब छोटे दलों जैसे रालोद, पीस पार्टी के साथ गठबंधन के संकेत दिए हैं।
सपा के साथ गठबंधन के ऐलान की संभावना जताई जा रही थी लेकिन इससे पहले ही सपा ने अपने 190 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इसमें 2012 में कांग्रेस की जीती हुई आठ सीटों मथुरा, शामली, गंगोह, खुर्जा, हापुड़, बिलासपुर, स्वार व स्याना तथा उपचुनाव में जीती हुई देवबंद सीट से भी प्रत्याशी घोषित कर दिए गए। देवबंद से कांग्रेस विधायक माविया अली को सपा ने अपना प्रत्याशी बना लिया। तीन सीटों स्वार से नवाब काजिम अली खान, गंगोह से प्रदीप कुमार चौधरी व स्याना से दिलनवाज खान पहले ही कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में जा चुके हैं।
मथुरा से प्रदीप माथुर, शामली से पंकज मलिक, खुर्जा से बंशी सिंह पहाड़िया, हापुड़ (सुरक्षित) से गजराज सिंह व बिलासपुर से संजय कपूर कांग्रेस के विधायक हैं। प्रदीप माथुर कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता भी हैं। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार गठबंधन में सपा के साथ सीटों का विवाद अमेठी व रायबरेली की सीटों को लेकर है। इसके अलावा सपा ने कांग्रेस की सीट रही प्रयागपुर बहराइच से उसके विधायक मुकेश श्रीवास्तव को टिकट दे दिया है। कांग्रेस यहां से अपना प्रत्याशी घोषित करना चाहती थी। वर्ष 2012 में अमेठी में दो सीटों तिलोई व जगदीशपुर (सुरक्षित) से कांग्रेस के प्रत्याशी जीते थे, जबकि रायबरेली में वह कोई सीट नहीं जीत पाई थी।