रायपुर, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में आठ लाख रुपए के इनामी नक्सली ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सुकमा जिले के पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को दूरभाष पर बताया कि नक्सली संगठन के साउथ बस्तर डिवीजन में विगत 18 वर्षों से सक्रिय साउथ बस्तर डिवीजन के चेतना नाट्य मंडली के इंचार्ज मड़कम अर्जुन (डिविजनल कमेटी मेंबर) ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर अर्जुन ने यह कदम उठाया है। अर्जुन को वर्ष 1998 में बाल संगठन सदस्य के रूप में भर्ती किया गया था। इसके बाद उसे 2001 में प्रतिबंधित माओवादी संगठन में स्थायी सदस्य बनाया गया। अर्जुन संगठन में शामिल होने के बाद से लगातार संगठन को मजबूत करने का प्रयास करता रहा। जिसके कारण संगठन में अर्जुन को उच्च स्तर पर पदस्थ किया गया। अर्जुन को स्वयं के द्वारा लिखे गीतों, नाटकों और भाषणों के माध्यम से संगठन तथा अंदरूनी क्षेत्रों के ग्रामीणों को जोड़कर रखने में महारथ हासिल थी। अधिकारियों ने बताया कि मड़कम अर्जुन के खिलाफ पुलिस दल पर हमले की विभिन्न घटनाओं में शामिल होने के आरोप है। उसके खिलाफ सुकमा जिले के विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज है।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि 2016 से दक्षिण बस्तर डिवीजन में नक्सली संगठन अत्यंत कमजोर हो गया है। वहीं आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बड़े नक्सली नेता ही नक्सली संगठन को चलाते हैं तथा बस्तर के स्थानीय नक्सलियों से भेदभाव किया जाता है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अर्जुन को छत्तीसगढ़ शासन की राहत एवं पुनर्वास योजना के तहत नियमानुसार सहायता दी जाएगी।