झज्जर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत आगामी आठ वर्षों में दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा।
उन्होंने दावा किया कि आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर यानी वर्ष 2047 तक भारत दुनिया का सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बनेगा। वह रविवार को हरियाणा के झज्जर जिले के बादली विधानसभा क्षेत्र कुलाना गांव में पृथ्वीराज चौहान की विशाल प्रतिमा का अनावरण करने के उपरांत एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भारतीय जनता पार्टी प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़, प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी डॉ संजय शर्मा तथा पार्टी के अन्य नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
जनसभा के दौरान श्री धनखड़ द्वारा रखी गई विधानसभा क्षेत्र की मांगों को मौके पर ही रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने जनता के सामने ही स्वीकार करते हुए इन्हें पूरा कराने की घोषणा की। श्री सिंह ने मातनहेल गांव में सैनिक स्कूल की मांग पर आश्वस्त करते हुए कहा कि यह मांग हालांकि बहुत पुरानी है, फिर भी हरसम्भव कोशिश करूंगा। पहले और अब नीतियों में काफी बदलाव है, लेकिन जरा सी सम्भावना हुई तो भी सैनिक स्कूल के लिए प्रयास किए जाएंगे।
इस मौके पर श्री मनोहर लाल ने भी राजपूत समाज की धर्मशाला बनवाने के लिए कुछ राशि की घोषणा की, लेकिन सामने बैठे लोगों ने राशि बढ़ाने की मांग की। इस पर रक्षा मंत्री ने मंच से ही श्री धनखड़ सहित सांसदों, विधायकों से 11-11 लाख रुपये दिलाने की घोषणा कर समाज द्वारा धर्म शाला के लिए मांगी गई राशि देने की घोषणा कर दी, जिससे लोगों ने रक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का तालियां बजाकर आभार जताया।
रक्षा मंत्री ने महाराजा पृथ्वीराज चौहान की बहादुरी पर कहा कि उन्होंने गौरी को हराकर भी क्षमादान दे दिया। कभी-कभी हमारे सद्गुण भी विकृति बन जाते हैं, जिसका फायदा आक्रांताओं ने उठाया है। उन्होंने कहा,“ भारत का आर्थिक वैभव रहा है और हम शांति के पुजारी रहे हैं। हमने युद्ध से बुद्ध का दौर देखा है। सदैव अहिंसा का संदेश दिया है। यही अहिंसा हमें युद्धों से दूर करती चली गई जिससे हमारी लड़ने की इच्छाएं खत्म हो गईं। कभी-कभी सभ्यता को बर्बरता निगल जाती है। यही कारण रहा कि हमें सदियों तक गुलामी झेलनी पड़ी। ”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इन आठ सालों में हमारी सांस्कृतिक विरासत मजबूत हुई है। चाहेे केदारनाथ हो, बद्रीनाथ, राम मंदिर या फिर वाराणसी हो, सभी जगह श्री मोदी ने हमारे सांस्कृतिक प्रतीकों को मजबूत किया है।
श्री सिंह ने कहा,“ प्रधानमंत्री की सदैव यही कोशिश रहती है कि हम अपनी जड़ों से न कटें। हमारे ऋषि मुनियों ने भी हमारी संस्कृति और धार्मिक विरासत को जोड़े रखने में अहम भूमिका निभाई है। स्वामी दयानंद और स्वामी विवेकानंद ने देश के जनता की सांस्कृतिक चेतना को जगाने का काम किया है। ”
रक्षा मंत्री ने कहा कि पहले दूसरे देशों में भारत को कमजोर आंका जाता था। यहां की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता था। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को कोई गम्भीरता से नहीं लेता था। 2014 के बाद जैसे ही श्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनीं तभी से देश की ताकत को दुनिया ने पहचाना है और आज दुनिया के राष्ट्राध्यक्ष श्री मोदी की तारीफ करते हैं जिससे हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के हर गांव में हमारे सैनिकों की कहानी है। हरियाणा की हवाओं में वीरता तैरती है, देश ही नहीं विदेशों में भी यहां की वीरता की चर्चा होती है। उन्होंने कहा कि हमारे जवान देश की सरहदों की रक्षा करते हैं। जवानों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे जवान देश की अखंडता के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देते हैं। हमारे सैनिकों का पराक्रम अद्भुत है। पहले अमेरिका, इजरायल जैसे देश दूसरे देशों में घुसकर दुश्मनों को मारते थे, लेकिन अब श्री मोदी के नेतृत्व में हमारी सेना दुश्मन देश में घुसकर आतंकवादियों का सफाया कर रही है।
श्री सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार अब तक 1500 पुराने कानूनों को खत्म कर चुकी है। आगे भी गुलामी की मानसिकता वाले कानूनों को खत्म करने की योजना बना रही है। मोदी सरकार ने राजपथ को कर्तव्य पथ और इंडिया गेट को नेताजी सुभाष चंद्रबोस के नाम से करके शहीदों का गौरव बढ़ाया है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि जी-20 सम्मेलन भारत में होने जा रहा है। इस समूह में काफी ताकतवर देश शाामिल हैं। पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर इन देशों का कब्जा होता था। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले अर्थव्यवस्था के मामले में 11वें स्थान पर थे। इन आठ सालों में हम दुनिया के पांच बड़े देशों में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं कि भारत आठ से 10 सालों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा। उन्होंने कहा कि जब भारत अपनी आजादी के 100 साल मनाएगा यानी 2047 तक देश अमेरिका और चीन को पछाड़ते हुए पूरी दुनिया में सबसे ताकतवर देश होगा।