आतंकवाद से आहत दुनिया को इस अभिशाप से मुक्ति दिलाने के लिये अब मुस्लिम देशों ने नया मोर्चा तैयार किया है। किया है। इस संबंध में जारी हुए एक वक्तव्य के अनुसार नए सैनिक गठबंधन का नेतृत्व सऊदी अरब करेगा और इसकी सैनिक कार्रवाई का संचालन रियाद से किया जाएगा। सैन्य गठबंधन के गठन के लिये की गई घोषणा में कहा गया है कि आतंकवाद की बुराई से देशों को बचाना नये गठबंधन का लक्ष्य होगा। सऊदी प्रिंस शहजादे ने बताया कि सीरिया और इराक की आतंक के खिलाफ लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय संगठनों को भी साथ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय जगत के सहयोग के बिना यह लड़ाई नहीं शुरू की जा सकती। यह पूछने पर कि क्या नया गठबंधन अपनी लड़ाई इस्लामिक स्टेट पर केंद्रित करेगा, उन्होंने कहा कि हम न केवल इस्लामिक स्टेट समेत तमाम आतंकवादी संगठनों से लड़ेंगे। अरब देशों के साथ-साथ अफ्रीका और एशिया के मुस्लिम देशों में मिस्र, तुर्की और पाकिस्तान जैसी बड़ी सैन्य ताकतें शामिल हैं। हालांकि सीरिया, इराक और अफगानिस्तान को इसमें शामिल नहीं किया गया है। इस महागठबंधन में मिस्र, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, तुर्की, मलेशिया, पाकिस्तान, खाड़ी के अरब देश, एशियाई और अफ्रीकी देश शामिल हैं। इसमें सऊदी के कट्टर विरोधी ईरान का नाम भी नहीं है।