श्रीनगर/नई दिल्ली, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कश्मीर में अशांति फैलाने वाली गतिविधियों के लिए पाकिस्तान से प्राप्त आतंकी वित्त पोषण की जांच के सिलसिले में घाटी में 14 स्थानों और राष्ट्रीय राजधानी के आठ स्थानों पर आज तलाशी ली। एनआईए ने पहले प्राथमिक जांच दर्ज की थी और इसे शुक्रवार शाम को नियमित मामले में तब्दील कर दिया और घाटी में अलगाववादी नेताओं की दूसरी पीढ़ी से जुड़े लोगों के घरों पर तड़के तलाशी की।
औपचारिक सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में करीब आठ हवाला डीलरों और कारोबारियों पर भी छापेमारी की गई है। जिनके यहां छापेमारी की गई है उनमें कट्टरपंथी अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अन्य नेताओं के करीबी सहयोगी और रिश्तेदार शामिल हैं। इस बाबत एनआईए की टीमों ने सोनीपत के दो स्थानों पर भी छापेमारी की है। छापेमारी की कार्रवाई तीन अलगाववादी- नईम खान, फारूक अहमद डार उर्फ ‘बिट्टा कराते’ और तहरीक-ए-हुर्रियत के गाजी जावेद बाबा से पिछले महीने दिल्ली में पूछताछ के बाद हुई है।
नईम खान टीवी पर एक स्टिंग ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों से धन प्राप्त करने की बात को कथित तौर पर स्वीकार करते हुए दिखा था। अलगाववादियों ने पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद से घाटी में सुरक्षा बलों पर पथराव करने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और स्कूलों और अन्य सरकारी प्रतिष्ठिानों को जलाने सहित विध्वंसात्मक गतिविधियों के लिए कथित तौर पर कोष प्राप्त किया है।