नयी दिल्ली, भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने, उम्मीद जताई कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की भारत की कोशिश से संबंधित मुद्दा बातचीत के जरिए हल हो जाएगा।
लुओ ने यहां चीनी दूतावास में एक कार्यक्रम से इतर कहा कि हमें उम्मीद है कि यह मामला हल हो जाएगा। उनसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने को लेकर चीन द्वारा रोड़ा अटकाए जाने के बारे में पूछा गया था।
उन्होंने कहा कि चीन इस मुद्दे पर भारत की चिंताओं को समझता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि यह मामला सुलझ जाएगा। यह केवल तकनीकी अवरोध है और मामला निरंतर बातचीत के जरिए हल हो सकता है।’’ चीनी राजदूत ने गत वर्ष अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच अनौपचारिक शिखर वार्ता का भी जिक्र किया और कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग ‘‘सही दिशा’’ में है। लुओ ने बताया कि हम दोनों देशों के बीच भविष्य के सहयोग को लेकर आशान्वित हैं।
गौरतलब है कि चीन ने बुधवार को यूएनएससी में अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की भारत की कोशिश में चौथी बार बाधा डाली। भारत ने चीन के इस कदम को ‘‘निराशाजनक’’ बताया था। सरकार के सूत्रों ने शनिवार को कहा कि यह केवल तकनीकी रोक है जिसका मतलब है कि इस मुद्दे पर बातचीत जारी रहेगी। सूत्रों ने बताया कि भारत अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव पर चीन द्वारा तकनीकी रोक लगाने को लेकर ‘‘निराश’’ है और बीजिंग के समक्ष यह मामला उठाता रहेगा। सरकार के सूत्रों ने बताया कि भारत ‘जब तक संभव हो सके तब तक’’ चीन के साथ धैर्य दिखाएगा लेकिन आतंकवादियों से निपटने के अपने रुख पर अटल रहेगा।