झांसी, उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (बुंविवि) के 26वें दीक्षांत समारोह “उदयन” में मंगलवार को कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने युवाओं का आह्वान किया कि वे आत्मनिर्भर भारत की सफलता के सारथी बनें।
विश्वविद्यालय परिसर स्थित गांधी सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलाधिपति ने सर्वप्रथम बुंदेलखंड क्षेत्र में अपनी वीरता और साहस के बल पर शौर्य की एक अनूठी मिसाल कायम करने वाली महारानी लक्ष्मीबाई, उनकी सहयोगी झलकारी बाई, वीर आल्हा-ऊदल के साथ बुंदेलों और चंदेलों के साहस को नमन करते हुए और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी और युवा शक्ति का आह्वान किया कि जीवन में ऊपर उठने के लिए वह सदैव सीखने की प्रवृति को बनाये रखें।
राज्यपाल ने युवाओं से सरकारी नौकरी ही पाने के भ्रम को त्यागते हुए उद्यमिता और नवाचार के माध्यम से स्वरोजगार का लक्ष्य निर्धारित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि महिलाएं समाज की महत्वपूर्ण कड़ी हैं, उनका सम्मान बनाये रखना, आत्मनिर्भरता एवं समाज की मुख्यधारा से जोड़ना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। देश को सशक्त बनाने के लिए महिलाओं को सशक्त करना होगा।
इस अवसर पर कुलपति प्रो मुकेश पांडे और अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे।