झांसी, उत्तर प्रदेश के ललितपुर में खाद की कमी के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों से मिलने शुक्रवार को पहुंची कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मुलाकात के बाद सिद्धशक्ति पीठ मां पीताम्बरा के दर्शनों के लिए दतिया भी जायेंगी।
झांसी के निकट मध्यप्रदेश के दतिया में स्थित पीताम्बरा पीठ की महिमा न केवल स्थानीय लोगों बल्कि राजनीतिक लोगों के लिए भी बहुत अधिक है इसलिए बड़े बडे राजनीतिक व्यक्तित्व माता के दरबार में माथा टेकने आते हैं जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी शामिल थीं। उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव में अपने खोये गौरव को प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रही कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव भी आज माता के दरबार में अपनी अर्जी लगाने आ रही हैं। माता के सामने वह चुनाव में सफलता की दुआ मागेंगी।
कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव नावेद खान ने बताया कि प्रियंका गांधी ललितपुर में खाद की कमी के कारण आत्महत्या करने वाले चार किसानों के परिजनों से मुलाकात करेंगी और उसके बाद पीताबरा पीठ के दर्शनों के लिए जायेंगी और वहां से चॉपर से दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगी।
विश्वप्रसिद्ध मन्दिर पीताम्बरा पीठ की स्थापना एक सिद्ध संत, जिन्हें लोग स्वामीजी महाराज कहकर पुकारते थे, ने 1935 में की थी। श्री स्वामी महाराज ने बचपन से ही सन्न्यास ग्रहण कर लिया था। वे यहाँ एक स्वतंत्र अखण्ड ब्रह्मचारी संत के रूप में निवास करते थे। गोलकवासी स्वामीजी महाराज ने इस स्थान पर ‘बगलामुखी देवी’ और धूमावती माई की प्रतिमा स्थापित करवाई थी, यहाँ बना वनखंडेश्वर मन्दिर महाभारत कालीन मन्दिरों में अपना विशेष स्थान रखता है। यह मन्दिर भगवान शिव को समर्पित है। इसके अलावा इस मन्दिर परिसर में अन्य बहुत से मन्दिर भी बने हुए हैं। देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं का यहाँ आना-जाना लगा रहता है।