नई दिल्ली, केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने वन विभाग के अधिकारियों को आदमखोर पैंथर को गोली मारने की बजाए उसकी पहचान करने के निर्देश है। सरिस्का के क्षेत्रीय निदेशक आरएस शेखावत ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री मेनका गाँधी का फोन आया था। फिलहाल आदमखोर पैंथर की पहचान के सबूत नहीं है और गोली मारने से किसी निर्दोष पैंथर की जान जा सकती है। इसलिए क्षेत्र में कुछ दिनों तक जितने भी पैंथरों का मूवमेंट होगा उन्हें ट्रेंकुलाइज करने और पिंजरे में पड़कने के प्रयास किये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि पकड़े गए पैंथरों का डीएनए टेस्ट कराकर उसका मिलान किया जाए और आदमखोर पैंथर को चिन्हित किया जाएगा। शेखावत ने बताया कि इसके लिए फिलहाल सरिस्का के जैतपुर और सिलीबावड़ी क्षेत्र में पांच पिंजरे और 20 कैमरे ट्रेप और दो डाक्टरो की ट्रंकुलाइज टीम मौजूद है। इसके आलावा क्षेत्र में दिन रात पुलिस और फारेस्ट की 6 सर्च टीम भी मौके पर पैंथर को ढूंढने में लगी हुई है। सरिस्का प्रशासन ने गाँवो के लोगो को शाम साढे चार बजे के बाद और सुबह सात बजे से पहले घरो से बहार खेतो और जंगल में नही जाने की अपील की है। जिससे आदमखोर पैंथर के हमले से बचा जा सके।