Breaking News

आने वाले दिन और कठिन हो सकते हैं-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

 

modi-in-us-capitol-afp_650x400_51465450171दीसा (गुजरात),  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सचेत किया कि आने वाले दिन और कठिन हो सकते हैं। नोटबंदी को लेकर लोगों को पेश आ रही कठिनाइयों का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि लेकिन 50 दिनों के बाद स्थितियां धीरे धीरे सामान्य हो जायेंगी। संसद में व्यवधान के लिए विपक्ष की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें जनसभा में बोलने के लिए मजबूर किया जा रहा है क्योंकि उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं दिया जा रहा है।

मोदी ने कहा, मैंने पहले ही दिन से कहा है कि यह सामान्य निर्णय नहीं है। यह कठिनाइयों से भरा है। यह कठिन फैसला है और मैंने कहा है कि काफी कठिनाइयां और समास्याओं का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, 50 दिनों तक ये कठिनाइयां रहेंगी। और ये कठिनाइयां बढ़ेंगी लेकिन 50 दिनों के बाद मैंने आकलन किया है कि स्थितियां एक बार में धीरे से सामान्य स्थिति की ओर बढ़ जायेंगी। आप देखेंगे कि 50 दिनों के बाद स्थिति धीरे धीरे बेहतर होने लगेगी।

प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी को ऐसे समय में महत्वपूर्ण माना जा रहा है जब नोटबंदी के कारण बैंकों से पैसे निकालने में लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के मुद्दे पर संसद के कामकाज को बाधित करने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि यहां तक कि राष्ट्रपति भी इनके आचरण से दुखी हैं। मोदी ने कहा, विपक्ष मुझे लोकसभा में बोलने नहीं दे रहा है, इसलिए मैंने जनसभा में बोलने का निर्णय किया है। मोदी ने यहां एक रैली में कहा, लेकिन जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं लोकसभा में देश के सवा सौ करोड़ लोगों की आवाज को प्रस्तुत करने का प्रयास करूंगा।

राहुल गांधी समेत कुछ विपक्षी नेता नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में बोलने से भागने का आरोप लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं और लोगों की समस्यओं का जिक्र कर रहे हैं.. उन्हें जनता को यह भी बताना चाहिए कि उन्हें कतार में खड़ा होने की जरूरत नहीं है और वे मोबाइल बैंकिंग का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा, आपको पता होगा कि विपक्ष संसद में कामकाज नहीं होने दे रहा है। मुझे आश्चर्य है कि सरकार के आश्वासन के बावजूद प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर सदन में बोलेंगे.. स्थितियां नहीं सुधर रही हैं। यहां तक कि राष्ट्रपति भी इससे अप्रसन्न हैं। मो

दी ने कहा कि अगर विपक्ष चाहता है तो सरकार इस मुद्दे पर चर्चा को तैयार है। उन्होंने कहा, विपक्ष चर्चा से इसलिए भाग रहा है क्योंकि उन्हें पता है कि उनका झूठ पकड़ा जायेगा। विपक्ष में यह साहस नहीं है कि वे इस निर्णय को वापस लेने के लिए कह सके क्योंकि उन्हें समझ आ गया है कि लोग नोटबंदी के पक्ष में हैं। इसलिए वे सभी कह रहे हैं कि नोटबंदी को ठीक ढंग से लागू किया जाना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *