लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बारे मे आरटीआई के तहत प्राप्त सूचना से एक बड़ा खुलासा हुआ है। मामला मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक मदद दिये जाने को लेकर है। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष, मुख्यमंत्री कार्यालय में स्थापित है। जिससे मुख्यमंत्री अपने विवेक के अनुसार दैवी आपदा, दुर्घटना, सूखा या अन्य कारणों से पीडितों को आर्थिक सहायता देते हैं।
पारिवारिक स्वामित्व वाले कारोबार में, कौन है नंबर वन, क्या है भारत का नंबर?
बढ़ गई अरबपतियों की संख्या, जानिये कितनी ?
वृन्दावन एवं बरसाना, पवित्र तीर्थस्थल घोषित, जानिये क्यों ?
आरटीआई के तहत प्राप्त सूचनायें इस बात की पुष्टि कर रहीं हैं कि मुख्यमंत्री रहते हुये अखिलेश यादव ने खुले दिल से जरूरतमंदों की मदद की थी। उन्होने अपने पांच साल के कार्यकाल में 497 करोड़ रुपये खर्च किए। जिसका लाभ 39154 लोगों को मिला। अखिलेश यादव ने अपनी सरकार के दौरान मुख्यमंत्री राहत कोष से पूर्ववर्ती मायावती सरकार से पांच गुना अधिक पैसा जरूरतमंदों की मदद के लिये दिया।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर अत्याचार को लेकर सपा ने राज्यपाल को दिया ज्ञापन, रखी ये मांगें
गन्ना मूल्य मे भाजपा ने किसानों के साथ किया बड़ा अन्याय-समाजवादी पार्टी
अखिलेश यादव ने लांच की फिल्म की सीडी, दिया खास संदेश
अखिलेश यादव ने सर्वाधिक रकम 50 लाख रुपये प्रतापगढ़ के कुंडा में मारे गए सीओ जियाउल हक के परिजनों को दी। पीड़ित की मदद के लिये दूसरी सबसे बड़ी रकम 45 लाख रुपये देश को हिलाकर रख देने वाले दादरी कांड में मारे गए अखलाक के परिजनों को दी। अखिलेश यादव ने कुंडा स्थित बलीपुर गांव के प्रधान नन्हे लाल यादव और उसके भाई सुरेश यादव के परिवार को भी 40 लाख रुपये दिये। ये दोनों भी डिप्टी एसपी जियाउल हक की हत्या वाले दिन ही मारे गए थे।
इस तारीख से शुरू होगी यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटर की परीक्षाएं ……………..
यूपी में नगर निगम निकाय चुनाव की तारीखों का हुआ एेलान,जानिए पूरा विवरण..
देश की अर्थव्यवस्था आईसीयू में, डा० जेटली की दवा में दम नहीं-राहुल गांधी
यह खुलासा आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी से हुआ है। यूपी पुलिस के पूर्व कॉन्स्टेबिल मोहम्मद रफी को जब मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से मदद नहीं मिली तो उन्होंने सूचना के अधिकार का सहारा लिया। उन्होंने इस कोष से हुए खर्च का ब्योरा मांगा और अपने प्रार्थनापत्र पर क्या कार्रवाई हुई इसकी जानकारी मांगी।
मेयर- चेयरमैन और वार्डों के आरक्षण की अंतिम सूची जारी
शिवपाल सिंह यादव के बयान ने खोले, समाजवादी पार्टी के साथ मौजूदा रिश्तों के राज
जानिये, आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से क्या बोले अखिलेश यादव?
मोहम्मद रफी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। उन्होंने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता की मांग की। यह मामला अब राज्य सूचना आयोग के पास आ गया है। आयोग ने मुख्यमंत्री कार्यालय के जन सूचना अधिकारी से इसकी पूरी जानकारी मांगी है। अब मामले की सुनवाई 15 दिसंबर को होनी है।
8 नवंबर को नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर क्यों मनाये काला दिवस ? पांच बड़े कारण?
दलित उत्थान के लिये छोटी को, अंतर्राष्ट्रीय संस्था ने किया सम्मानित
मायावती ने शुरू किया, देशभर मे रैलियों का महाअभियान- जानिये कब, कहां होंगी रैलियां
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर, सबसे बड़े एयर फोर्स आपरेशन की खास बातें ..
दस साल मे वकील, जज बन सकता है तो शिक्षामित्र, शिक्षक क्यों नहीं बन सकता ?-समाजवादी पार्टी
ये कमाई मुझे दे दे….जानिये, कौन निगल रहा आपकी कमाई ?
नोटबंदी- जीएसटी की विफलता के विरोध में, लालू यादव की विपक्ष से बड़ी अपील
आठ नवंबर को नोटबंदी के एक साल होंगे पूरे, देश भर मे मनेगा काला दिवस
अखिलेश यादव का बोला काम- बीजेपी की जांच की साजिश हुयी नाकाम, देखिये वीडियो
वायुसेना के एयर शो ने, दूरदर्शी अखिलेश यादव के कार्यों की गुणवत्ता साबित की-समाजवादी पार्टी