नयी दिल्ली/गांधीनगर, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) समुदाय से कारोबार में आर्थिक राष्ट्रवाद को प्रोत्साहन देने का आग्रह करते हुए कहा है कि कर चोरी और वित्तीय धोखाधड़ी देश की वित्तीय स्थिरता तथा विकास को खतरे में डालती है।
उपराष्ट्रपति शुक्रवार को गुजरात के गांधीनगर में ‘ग्लोबल प्रोफेशनल अकाउंटेंट्स कन्वेंशन’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एमआरआई और सीटी स्कैन का वित्त रूप है और उनकी अनूठी भूमिका में किसी भी तरह की कमी से देश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय स्वास्थ्य पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कर चोरी और वित्तीय धोखाधड़ी अर्थव्यवस्था की वित्तीय स्थिरता और आर्थिक विकास को खतरे में डालती है। उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंट्स से कहा,“प्रहरी के रूप में आपकी क्षमता इन्हें नियंत्रित करने में काफी सक्षम है।”
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कर नियोजन पर सलाह देना सीए क्षेत्र है। लेकिन यह कर चोरी नहीं होना चाहिए। उन्होंने देश की आर्थिक वृद्धि को बड़े बदलाव का केंद्र और केंद्र के रूप में चलाने में चार्टर्ड अकाउंटेंट की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
व्यापार और उद्योग में आर्थिक राष्ट्रवाद के महत्व का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने राजकोषीय लाभ पर इसकी प्राथमिकता पर जोर दिया। उन्होंने सरकार की ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल की सराहना की।
उपराष्ट्रपति ने सीए समुदाय से व्यापार उद्योग के बीच आर्थिक राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ावा देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नैतिकता से समझौता करना वित्तीय दुनिया में भूकंप से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि आज के पारिस्थितिकी तंत्र में, पारदर्शिता और जवाबदेही नए मानदंड हैं।