दुबई, पांच साल पहले इंग्लैंड टी20 विश्वकप ट्रॉफ़ी पर क़रीब-क़रीब क़ब्ज़ा कर चुका था, लेकिन फिर कार्लोस ब्रैथवेट ने बेन स्टोक्स के ख़िलाफ़ चार गेंदों पर चार छक्के लगाते हुए वेस्टइंडीज़ को विश्व विजेता बना दिया।
इस हार से बदला लेने के मौक़े पर भी इंग्लैंड को गहरा आघात पहुंचा है। टी20 विश्व कप टीम में उनके दो सुपर हीरो मौजूद नहीं हैं – जोफ़्रा आर्चर और बेन स्टोक्स। पिछले साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मोस्ट वैल्यूबल प्लेयर (एमवीपी) रहे आर्चर कोहनी की चोट की वजह से टीम का हिस्सा नहीं हैं। जबकि स्टोक्स ने मानसिक स्वास्थ्य लाभ लेने के अपने फ़ैसले को अभी भी जारी रखा है। हालांकि उनकी उंगली में लगी चोट में अब सुधार है लेकिन विश्व कप के लिए उन्होंने ख़ुद को उपलब्ध नहीं बताया।
हालांकि इसके बाद भी इंग्लैंड की दावेदारी काफ़ी मज़बूत मानी जा रही है, क्योंकि उनकी बल्लेबाज़ी इस फ़ॉर्मैट के लिए बेहतरीन है। पिछले तीन सालों में क्रिकेट के इस सबसे छोटे फ़ॉर्मैट में उनका वर्चस्व क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। इयोन मोर्गन की इस टीम ने टी20 के लिए ख़ुद को एक अलग तरीक़े से तैयार किया है। उनका आक्रामक रवैया इस फ़ॉर्मैट में उन्हें दूसरों से अलग बनाता है।
पिछली 11 टी20 अंतर्राष्ट्रीय द्विपक्षीय सीरीज़ में इंग्लैंड को नौ बार जीत मिली है, जबकि एक श्रृंखला बराबरी पर समाप्त हुई थी और सिर्फ़ एक बार ही उन्हें हार मिली है। पिछले साल घर में खेलते हुए उन्होंने श्रीलंका और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ छह में से पांच मैच जीते थे। हालांकि इसी साल मार्च में भारत के ख़िलाफ़ भारत में हुई टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ में उन्हें 2-3 से हार मिली थी। जिसके बाद उनकी कुछ कमज़ोरियां भी उजागर हुई हैं। हाल ही में पाकिस्तान दौरा रद्द करने का मतलब है कि उनके कई खिलाड़ियों को मैच प्रैक्टिस नहीं मिल पायी है।