नयी दिल्ली: इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने आज 18 डिफॉल्टर की तीसरी सूची सार्वजनिक की है। इनमें सोना तथा हीरा कारोबारियों सहित कई अन्य नाम हैं जिन पर सरकार का कुल 1,150 करोड़ रुपए टैक्स बकाया है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा तैयार इस सूची को वित्त मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्तर के अखबारों को जारी किया है जिसमें चूककर्ता व्यक्तियों या इकाइयों के नाम, उनका आखिरी ज्ञात पता, पैन नंबर, बकाया राशि, आय का आखिरी स्रोत और आकलन वर्ष का जिक्र है जिनका उन पर कर बकाया है।इस साल कर अधिकारियों द्वारा ‘नाम जाहिर कर शर्मिंदा करने’ की नीति अपनाई जिसके तहत आज कई चूककर्ताओं के नाम का खुलासा किया गया है और इनमें से कई जेवरात, हीरा और सोना कारोबार से जुड़े हैं। टैक्स डिपार्टमेंट ने नोटिस में इनसे तुरंत बकाया कर का भुगतान करने के लिए कहा है। साथ ही जनता से कहा है कि यदि उन्हें इन लोगों बारे में कोई सूचना है तो साझा करें।
इस सूची में अहमदाबाद के जग हीत एक्पोर्टर्स प्राइवेट लिमिटेड (18.45 करोड़ रुपए), जशुभाई ज्वेलर्स (32.13 करोड़ रुपए), कल्याण ज्वेल्स प्राइवेट लिमिटेड (16.77 करोड़ रुपए), लिवरपूल रिटेल इंडिया लिमिटेड (32.16 करोड़ रुपए), धरणेंद्र ओवरसीज लिमिटेड (19.87 करोड़ रुपए) और प्रफुल्ल एम अखनी (29.11 करोड़ रपए) भी शामिल हैं। नोटिस में कहा गया कि हैदराबाद के नेक्सॉट इन्फोटेक लिमिटेड पर 68.21 करोड़ रुपए जबकि भोपाल की ग्रेट मेटल्स प्राडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड पर 13.01 करोड़ रुपए बकाया है। मुंबई के स्वर्गीय उदय एम आचार्य और उनके कानूनी उत्तराधिकारी अमूल आचार्य तथा भावना आचार्य पर 779.04 करोड़ रुपए का इनकम टैक्स-कंपनी कर बकाया है।
सूची में शामिल अन्य डिफाल्टरों में सूरत के साक्सी एक्सपोर्ट्स 26.76 करोड़ रुपए, करोल बाग, दिल्ली की श्रीमती बिमला गुप्ता 13.96 करोड़ रुपए, भोपाल स्थित गरीमा मशीनरी प्रा. लि. 6.98 करोड़, मुंबई की धीरेन अनंट्राई मोदी 10.33 करोड़ हेमंग सी. शाह 22.51 करोड़ रुपये, मो. हाजी उर्फ यूशुफ मोटोरवाला 22.34 करोड़ रुपये, चंडीगढ स्थित वीनस रेमेडीज प्रा. लि. पर 15.25 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया है। इन डिफाल्टरों का यह टैक्स 1989-90 से 2013-14 के वर्षों का है।