प्रयागराज, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने महानिबंधक को न्यायमित्र अधिवक्ताओं की नये सिरे से सूची तैयार करने का निर्देश दिया है।
न्यायालय ने कहा है कि न्यायमित्रों की सूची में आपराधिक केसों के अनुभवी वकीलों की कमी है।
दो हफ्ते में आपराधिक मामलों के जानकार वकीलों को न्यायमित्र की सूची में शामिल किया जाए। न्यायालय ने अधिवक्ता अर्चना सिंह को जेल अपील पर बहस के लिए न्यायमित्र नियुक्त किया है और 26 नवम्बर को बहस करने को कहा है। न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल तथा न्यायमूर्ति ओम प्रकाश की खण्डपीठ ने अवधेश कुमार दुबे की जेल अपील पर यह आदेश दिया है।
अपीलार्थी फतेहगढ़ जेल में बंद है। उसे दुराचार और हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी है। जिसके खिलाफ 2008 में उच्च न्यायालय में जेल अपील दाखिल की गयी है। इस मामले में आजीवन कारावास या फांसी हो सकती है। ऐसे में न्यायमित्रों की सूची में आपराधिक मामलों के अनुभवी वकीलों को शामिल किया जाए।