अगरतला, आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि उन्होंने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से वार्ता शुरू करने की कोशिश की थी लेकिन संगठन ने एक सिर कटे व्यक्ति की तस्वीर भेजकर इस प्रयास पर उन्हें झिड़क दिया था। उन्होंने कहा, मैंने हाल में इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एवं सीरिया (आईएसआईएस) के साथ बातचीत शुरू करने की कोशिश की थी। लेकिन उन लोगों ने मुझे एक व्यक्ति के सिर कटे शव की तस्वीर भेज दी। इस तरह से आईएसआईएस के साथ मेरे शांति वार्ता के प्रयास का अंत हो गया। उन्होंने मीडिया से कहा, मुझे लगता है कि आईएसआईएस कोई शांति वार्ता नहीं चाहता। इसलिए उससे सेना को निपटना चाहिए। तीन दिवसीय त्रिपुरा दौरे के बाद रविशंकर गुरुवार को यहां से कोलकाता के लिए रवाना हो गए। राज्य भर में कई बैठकें करके उन्होंने देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति लाने की आवश्यकता पर जोर दिया। आध्यात्मिक गुरु ने क्षेत्र के उग्रवादी संगठनों से सरकार से शांति वार्ता करने का आग्रह किया। 59 वर्षीय रविशंकर ने कहा कि उनका मकसद सभी संस्कृतियों, धर्मो, मतों और विचारधाराओं को एक साथ जोड़ना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण ने दिल्ली के यमुना खादर में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के आरोप में आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन पर जो पांच करोड़ रुपये जुर्माना लगाने का फैसला दिया था, वह राजनीति से प्रेरित था।